शिमला। लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा के किसान मोर्चा के राष्टÑीय उपाध्यक्ष सुरेश चंदेल ने आजदिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करने के बाद कांग्रेस ज्वाइन कर ली और भाजपा को अलविदा कह दिया। सुरेश चंदेल के कांग्रेस में शामिल होने के मौके पर प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल वपार्टी अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर भी मौजूद रहे। जयराम ठाकुर के मुख्यमंत्री रहते सुखराम के बाद यह
दूसरा बड़ा झटका है। कुछ लोग इसे जयराम ठाकुर की लीडरशिप की विफलता करार दे रहे है तो कुछ इसे भाजपा की अंदरूनी सियासत की साजिश करार दे रहे है। चंदेल धूमल से भी मिले और जयराम ठाकुर से भी। इसके बावजूद वह कांग्रेस में चले में जाए यह किसी की समझ में नहीं आ रहा है। उन्हें कांग्रेस का टिकट भी नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में क्या भाजपा में कोई साजिश हो गई है कि अनुराग को हराने के लिए चंदेल को कांग्रेस में भेज दिया जाए । हालांकि अब धूमल और जयराम ठाकुर दोनों को चंदेल से उनके साथ ही बातचीत को सार्वजनिक कर देना चाहिए।
यह भाजपा खासकर हमीरपुर संसदीय हलके से चुनाव मैदान में उतरे भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर के खतरा खड़ा कर दिया है।
सुरेश चंदेल ने कहा कि वह भाजपा प्रत्याशी अनुराग ठाकुर को हराने के लिए 25 तारीख से मैदान में उतर जाएंगे व पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी वह उसका पूरा निर्वहन करेंगे। दो बार राम लाल को हरा चुके चंदेल अब राम लाल ठाकुर का साथ देंगे। उन्होंने कहा कि वह जिस भी पार्टी में रहे है उसके लिए हमेशा काम किया है।
सुरेश चंदेल हमीरपुर संसदीय हलके से तीन बार 1998,1999 और 2004 में सांसद रहे थे। लेकिन सवाल के बदले नगदी लेने के इल्जाम में उनकी सांसदी चली गई व उसके बाद उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और उनकी जुंडली ने वापस पार्टी में स्थापित नहीं होने दिया।
चंदेल प्रदेश भाजपा के अध्यक्षा भी रह चुके है। चंदेल को कांग्रेस का टिकट देने का वीरभद्र सिंह समर्थक पूर्व कांग्रेस विधायक बंबर ठाकुर ने विरोध किया था। चंदेल ने कहा कि उन्होंने टिकट का विरोध किया था। अब भी वह खिलाफ है इस बावत वह कुछ नहीं कह सकते।
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