मथुरा, 27 फरवरी: सदियों से चली आ रही सामाजिक मान्यताओं से संघर्ष कर रहीं वृन्दावन की विधवाओं एवं अन्य महिलाओं ने सुलभ इण्टरनेशनल की पहल पर आज लगातार छठे वर्ष रंग और उमंग के त्यौहार ‘होली’ में भाग लिया । इस तरह उन्होंने जता दिया कि उनके हौसले बहुत बुलंद हैं और इसी हौसले के दम पर वे बुधवार को दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रंग, गुलाल और मिठाई भेंट कर होली मनाएंगीं।
उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर वृन्दावन, वाराणसी और उत्तराखण्ड की करीब 1500 विधवाओं एवं पति से अलग रह रही महिलाओं की देखभाल कर रहे सुलभ फाउण्डेशन द्वारा यह छठा वर्ष है, जब उसकी ओर से वृन्दावन के अति प्राचीन ठा. गोपीवल्लभनाथ मंदिर में विधवाओं के लिए सामूहिक होली का आयोजन किया गया है।
इस मौके पर इन महिलाओं ने एक टन से अधिक गुलाल और डेढ़ टन गुलाब और गेंदा के फूलों से होली खेली। उन्होंने सुलभ संस्थापक डॉ. विन्देशवरी पाठक को भी जमकर रंगा। उनके उत्साह को देखकर ऐसा लग रहा था कि वे सदियों से चली आ रही अपनी बदरंग जिन्दगी को बहुत जल्दी भुला देना चाहती हों।
ठा. गोपीनाथ मंदिर प्रांगण में एकत्र हुईं करीब एक हजार विधवाओं ने न केवल एक-दूसरे के साथ खुलकर होली खेली, बल्कि ब्रज के पारम्परिक होली गीतों के साथ फिल्मी होली गीतों के जरिए भी अपना उल्लास व्यक्त किया । उनकी होली को संरक्षण प्रदान करने के लिए संस्कृत विद्यालयों के वेदपाठी विद्यार्थियों एवं पंडितों ने भी शिरकत की।
इस मौके पर जाने-माने समाजसेवी डॉ. पाठक ने कहा, ‘इस आयोजन के पीछे उनका उद्देश्य यह है कि आधुनिकता के इस दौर में भी देश में विधवा महिलाओं के खिलाफ व्याप्त वर्जनाओं को जल्द से जल्द समाप्त किया जा सके और वे भी अपने जीवन में रंगों की सहभागिता अनुभव कर सकें ।
साभार एजेंसी, फोटो एफ.बी., वीडियो स्टिल्स आई.ई
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