शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की विजीलेंस मंडी के युद्ध चंद बैस के कर्ज मामले में दर्ज एफआइआर के बाद शनै: शनै: मुद्रा में आ गई है। ये शनै: शनै: मुद्रा इसलिए दिलचस्प लग रही है क्योंकि बैंस ने सरकार के करीबियों को लेकर सीबीआइ और इडी में कई कुछ पहुंचाया हुआ है।
याद रहे विजीलेंस ने इस मामले में के सी सी बैंक से 20 करोड़ रुपए का कर्ज लेकर उसे न लौटाने के मामले में युद्ध चंद बैंस और बैंक के अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर रखी है। लेकिन एफआइआर के बाद बैंस को पूछताछ के लिए नहीं बुलाया गया है।
विजीलेंस ने इस मामले में सीपीसी की धारा 17 ए के तहत भी सरकार से मंजूरी ली हुई है। ये मंजूरी तभी मिलती है जब सरकार को लगे कि ये मामला छोटा-मोटा नहीं है। ये मंजूरी प्रारंभिक जांच के बाद सरकार से मांगी जाती है।
इस बावत एसपी विजीलेंस वीरेंद्र कालिया ने reporterseye.com से कहा कि अभी इस मामले में रिकार्ड हासिल किया जा रहा है। रिकार्ड की पड़ताल करने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी। बैंस को अभी पूछताछ के लिए नहीं बुलाया गया है।
बैंस की बेल को लेकर पूछे सवाल के जवाब में एसपी कालिया ने कहा कि बेल के लिए आवेदन करना हरेक नागरिक का हक है।
बहरहाल मामले की छानबीन जारी है। इस मामले में अभी 20 करोड़ के कर्ज को लेकर ही मामला दर्ज किया गया है। बाकी कर्ज की रकम को लेकर उन्होंने कहा कि अभी इस बावत कुछ सामने नहीं आया है। अगर कुछ सामने आएगा तो तब कार्यवाही की जाएगी।
याद रहे युद्ध चंद बैंस हालीलाज कांग्रेस के करीबी माने जाते है।उन्हें पूर्व की बीजेपी सरकार में कर्ज दिया गया था । कांगड़ा सहकारी बैंक से कर्ज दिया गया था। जब ये कर्ज दिया गया था तो तब बैंक के अध्यक्ष कांगड़ा से मौजूदा भाजपा सांसद राजीव भारदवाज हुआ करते थे।इस जांच की आंच उन तक भी पहुंचेगी इस बावत आने वाले दिनों में तस्वीर साफ होने की संभावना है।
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