शिमला।राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने राजभवन में राज्य स्तरीय शिक्षक दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में प्रदेश के 16 शिक्षकों को राज्य व चार राष्ट्रीय पुरस्कृत शिक्षकों सम्मानित किया।
राज्यपाल ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला उदयपुर के सुरेश कुमार विद्यार्थी, रावमापा राजुपरा की अदिति कंसल, रावमापा कियोलीधार के धर्मपाल, रावमापा रिकांगपिओ के राकेश कुमार, रावमापा थुरल के विजय भारत दीक्षित, रावमापा कांगड़ा के जोगिन्द्रपाल, रावमापा पालमपुर की मनीषा कुमारी, रावमापा लक्क्ड़ बाजार के प्रेम राज शर्मा, रावमापा हलां के जगत राम शर्मा, रावमापा ज्यूरी के हरिदास चौहान, केन्द्रीय प्राथमिक पाठशाला सिचलिंग के छेरिंग गटुक, राप्रापा धनगोटा के चौकस राम, राप्रापा चिलेज के हरि चंद, केन्द्रीय प्राथमिक पाठशाला बड़योगी के दलीप सिंह चौहान, केन्द्रीय प्राथमिक पाठशाला मट्टाहणी के जोगिन्द्र सिंह तथा राप्रापा शरण कांडल के जय प्रकाश श्याम को राज्य पुरस्कारों से सम्मानित किया।
इस मौके पर राज्यपाल ने चार राष्ट्रीय पुरस्कृत शिक्षकों को भी सम्मानित किया जिनमें रावमापा भूमति के प्रधानाचार्य भूपेन्द्र गुप्ता, रावमापा पौड़ाकोठी के प्रधानाचार्य कृष्ण चंद, रावमापा शोरश के नरेश कुमार शास्त्री, ़केन्द्र प्राथमिक पाठशाला सगिरठी के सीएचटी श्याम लाल शामिल हैं।
इस मौके पर राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने शिक्षकों पर छात्रों में नैतिक मूल्यों का संचार करने की बड़ी जिम्मेवारी है। उन्होंने कहा कि जीवन में दोहरे चरित्र के साथ नहीं जीना चाहिए।
पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए राज्यपाल ने शिक्षक समुदाय से और अधिक वचनबद्धता व समर्पण के साथ कार्य करने का आहवान किया ।
राज्यपाल ने हिमाचल प्रदेश को शिक्षा के क्षेत्र में सर्वाधिक विकसित तथा समृद्ध राज्य के रूप में उभरने पर खुशी जताई व कहा कि इसका श्रेय शिक्षक समुदाय को भी दिया जाना चाहिए।
उन्होंने इस अवसर पर एक स्मारिका का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने इस मौके पर कहा कि प्रदेश सरकार ने शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान की है। एक सर्वेक्षण में हिमाचल प्रदेश को देश में युवाओं को उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए बड़े राज्यों में सर्वश्रेष्ठ आंका गया है। उन्होंने कहा कि साक्षरता दरए जो वर्ष 1951 में 7.98 प्रतिशत थी, आज बढ़कर 88 प्रतिशत हो गई है।
प्रधान सचिव शिक्षा संजय गुप्ता ने इस अवसर पर विभाग की विभिन्न गतिविधियां एवं उपलब्धियों का ब्योरा दिया जबकि निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा मनमोहन शर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
इस मौके पर लेडी गवर्नर दर्शना देवी, वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी, मुख्य सचिव वीसी फारका ,निदेशक उच्च शिक्षा बीएल बींटा ने भी शिरक्त की।
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