शिमला। शिमला संसदीय हलके के पन्ना प्रमुख सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नडडा ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार की ओर से प्रदेश को पिछल्ले चार सालों में अरबों खरबों की सौगातें दी हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार को एक साल में ही नौ हजार करोड़ रुपए की परियोजनाएं मंजूर की गई हैं। इसके अलावा पांच हजार करोड़ की योजनाएं अभी केंद्र सरकार के पास पाइपलाइन में हैं व इन्हें भी जल्दी ही मंजूरी दे दी जाएगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने दिल खोल कर प्रदेश को वितीय मदद दी हैं व ये आगे भी जारी रहेगी।
उन्होंने कांग्रेस सरकार को निशाने पर लिया और तंज कसा कि कांग्रेस के बारे में क्या कहना, उनके पास न नीति है,न नियत है और न ही नेता हैं। कांग्रेस का खेल खत्म हो चुका हैं। नडडा ने कहा कि पन्ना प्रमुखों पर बड़ी जिम्मेदारी हैं। उन्होंने कहा कि राज्य पन्ना प्रमुख अवधारणा को शुरू करने वाला देश का पहला राज्य है। उन्होंने कहा कि पन्ना प्रमुख वो लोग हैं, जो देश की राजनीति को दिशा देने की क्षमता रखते है।
नडडा की तरह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा व कहा कि कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा में प्रश्न किया कि एक साल साल में पैसा कितना आया। सरकार ने जवाब दिया कि दस हजार करोड़ की परियोजनाएं मंजूर हुई हैं। लेकिन वह नहीं माने बार बार पूछते रहे। कांग्रेस के लोगों को आदत पड़ी हुई हें जब तक पैसा जेब में नहीं आ जाता तब तक वह आया नहीं मानते। हमने कहा कि माफ करना ये पैसा आपकी जेब में नहीं जाएगा। इस मौके पर उन्होंने प्रदेश सरकार की एक साल की उपलब्धियों को गिनाया व कहा कि वह सबके साथ मिलजुल कर काम करेंगे।
जय राम ने कहा कि कांग्रेस के पास केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ बोलने के लिए कुछ भी नहीं है और कांग्रेस के नेता सुर्खियों मेंबने रहने के लिए मनगढ़ंत और झूठे बयान जारी कर प्रदेश के लोगों को गुमराह करने का कोशिश कर रहे है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने आचरण और चरित्र में बुनियादी शालीनता बनाए रखने में पूरी तरह असफल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनमंच कार्यक्रम ने राजनीतिक विरोधियों की रातों की नींद हराम कर दी है। अनेक कांग्रेसी नेता भी अपनी समस्याओं व मामलों के समयबद्ध निवारण के लिए भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में जन मंच के तहत आम लोगों की 20,000 से अधिक समस्याओं और शिकायतों का निवारण किया गया है।
सम्मेलन को पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल व प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने भी संबोधित किया। सत्ती ने 27 दिसंबर को धर्मशाला में सरकार के एक साल पूरा होने के मौके पर आयोजित की जा रही आभार रैली में तमाम पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को शामिल होने का आहवान किया। उन्होंने कहा कि इस रैली में प्रधनमंत्री मोदी आएंगे व यह ऐतिहासिक रैली होंगी।
शिमला संसदीय हलके के सांसद वीरेन्द्र कश्यप ने कहा कि उन्होंने पवित्र पावंटा साहिब शहर को यमुना नगर से रेलमार्ग से जोड़ने का मामला संसद में उठाया व एमएलपीएलएडी निधि से अपने संसदीय क्षेत्र में 22.5 करोड़ रुपए व्यय किए।
पार्टी ने दावा किया कि सम्मेलन में शिमला संसदीय क्षेत्र के 2006 बूथों के 30,000 से अधिक पन्ना प्रमुखों ने भाग लिया।
हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में तीन राज्यों में सता खोने के बाद भारतीय जनता पार्टी के इस सम्मेलन में आवोहवा बदली नजर आई। मंडी की तरह आज किसी भी नेता ने मौजूदा सांसद वीरेंद्र कश्यप ही लोकसभा चुनावों में भाजपा की ओर से प्रत्याशी होंगे ,इस बावत एलान नहीं किया। किसी ने इशारों इशारों में भी कुछ नहीं कहा। याद रहे कि मंडी संसदीय हलके के पन्ना प्रमुखों के सममेलन में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह राम स्वरूप शर्मा को लोकसभा चुनावों में जिताने का आहवान कर गए थे। लेकिन सोलन में इस बावत सब मौन रहे। जबकि वीरेंद्र कश्यप इस तरह का एलान कराने की जुगत एक अरसे से कर रहे थे। साफ है कि आगामी लोकसभा चुनावों में भाजपा की ओर से वही चुनाव मैदान में होंगे या कोई और चेहरा उतारा जाएगा,इसकी संभावना बनी हुई हैं। भाजपा सचिव हीरानंद कश्यप अपनी दावेदारी पहले ही जता चुके हैं।
याद रहे पहले इस सम्मेलन में राष्टÑीय अध्यक्ष अमित शाह को आना था। लेकिन तीन राज्यों में सता के उखड़ जाने के बाद उनहोंने इंकार कर दिया। इसके बाद केंद्रीय भूतल व सड़क मंत्री नितिन गडकरी को मनाने की कोशिश की की गई। वह भी नहीं आए। आखिर में केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नडडा से ही काम चलाना पड़ा । नडडा मंडी संसदीय हलके के पन्ना प्रमुखों के सम्मेलन में नहीं आए थे।
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