शिमला। जयराम ठाकुर मंत्रिमंडल में शामिल सभी मंत्रियों को आखिरकार विभाग बांट दिए और इन सबने कार्यभार भी संभाल लिया। जयराम ठाकुर मंत्रिमंडल की पहली बैठक में सभी मंत्री बिना विभागों के थे। लेकिेन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के दिल्ली जाने के बाद वहां से हरी झंडी मिलने के बाद विभागों का बंटवारा कर दिया गया। मंत्रियों ने कार्यभार भी संभाल लिया।
इन 12 में से पांच के खिलाफ प्रदेश के अलग-अलग थानों में मामले दर्ज हैं। इनमें से कई अदालतों तक भी पहुंच गए हैं जहां ये लंबित हैं। जबकि 12मंत्रियों में से आठ मंत्री करोड़पति हैं ।
पहले बात मामलों और करोड़पतियों मंत्रियों की
नामाकंन भरने के दौरान इन मंत्रियों की ओर से चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामों के मुताबिक महेंद्र सिंह ठाकुर के खिलाफ धारा 143,336 और 144 के तहत मुकदमा दर्ज हैं। जबकि एफआईआर नंबर 52/2001 के तहत नगरोटा बगवां की पुलिस चौकी में दर्ज मामले में किशन कपूर का नाम भी शामिल हैं। इस मामले में पंचायती राज संसथाओं के लिए हुए चुनावों में किसी महिला प्रतिनिधि का अपहरण करने का इल्जाम हैं। यह मामला अतिरिक्त सेशन जज धर्मशाला की अदालत में लंबित हैं।
विक्रम सिंह ठाकुर के खिलाफ भी धारा 341 व 143 के तहत मामला दर्ज हैं। गोबिंद ठाकुर के खिलाफ भी धारा 143, 341, 147और 149 के तहत मामले दर्ज हैं।
फूड इंस्पेक्टर की ओर से प्रिवेंशन आफ फूड अडल्ट्रेडेशन एक्ट की धारा 16 के तहत दर्ज शिकायत में अनिल शर्मा का नाम शामिल हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर समेत बाकी किसी भी मंत्री के खिलाफ कोई कोई मामला दर्ज नहीं हैं।
12 में से आठ मंत्री करोड़पति
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक जयराम ठाकुर मंत्रिमंडल में सीएम जयराम समेत शामिल 12 मंत्रियों में से आठ करोड़ पति हैं। इनमें मंडी से अनिल शर्मा 40 करोड़ 24 लाख 82 हजार 216 रुपए की संपति के मालिक हैं और शीर्ष पर हैं। उनके बाद मंडी से ही महेंद्र सिंह ठाकुर दूसरे नंबर पर हैं। उनके पास 15 करोड़ 38 लाख रुपए की संपति हैं। जबकि धर्मशाला से किशन कपूर के पास 7 करोड़ 99 लाख रुपए की संपति हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के मंत्रियों को विभागों के आवंटन हो गया। ये शीर्ष के तीन मंत्री हैं बाकी इनसे नीचे हैं।
कुल्लू के मनाली से मंत्री गोविंद ठाकुर 6 करोड़ 82 लाख 35 हजार, शाहपुर से सरवीण चौधरी 4 करोड़ 19 लाख 48 हजार, उना से वीरेंद्र कंवर 3 करोड़,18 लाख 21 हजार, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर 3 करोड़ 27लाख 99 हजार रुपए की संपति के मालिक हैं। जबकि कांगड़ा के सुलह से मंत्री विपिन परमार के पास 1 करोड़़ 44 लाख 13 हजार रुपए की संपत्ति है।
शिमला से मंत्री सुरेश भारद्वाज करोड़पतियों के दहलीज पर हैं। उनकी संपत्ति 93 लाख 53 हजार है। जबकि रामलाल मारकंडा 87 लाख 73 हजार, कसौली से राजीव सैजल 77 लाख 9 हजार 500 और जसवां परागपुर से मंत्री बिक्रम सिंह 74 लाख 33 हजार रुपए की संपति के मालिक हैं।
यूं हुआ विभागों का बंटवारा
वित, गृह, कर्मिक, लोक निर्माण विभाग, सामान्य प्रशासन, योजना जैसे बेहद महत्वपूर्ण विभाग मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने अपने पास रखे हैं। जबकि मंड़ी से पहले दो बार मंत्री रह चुके महेंद्र सिंह ठाकुर को सिंचाई व जन स्वास्थ्य विभाग, बागवानी और सैनिक कल्याण विभाग दिया गया हैं। कांग्रेस से भाजपा में मंडी से ही मंत्री अनिल शर्मा को बिजली व गैर पारंपरिक ऊर्जा का जिम्मा सौंपा गया हैं। अनिल शर्मा पिछली वीरभद्र सिंह सरकार में ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री थे। कांगड़ा से जीते किशन कपूर को खाद्य आपूर्ति और उपभोक्ता मामले के अलावा चुनाव विभाग की जिम्मेदारी दी गई हैं।
मंत्रिमंडल में एकमात्र महिला मंत्री सरवीण चौधरी को शहरी विकास, आवास और शहरी व गा्रमीण नियोजन महकमा सौंपा गया हैं। कांगड़ा से ही विपिन परमार को स्वास्थ्य व परिवार कल्याण, आयुवेंद, चिकित्सा शिक्षा और विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग का मंत्री बनाया गया हैं।
जबकि बिकम सिंह ठाकुर को उद्योग, श्रम व रोजगार और तकनीकी शिक्षा की जिम्मेदारी दी हैं।
शिमला से सुरेश भारद्वाज को शिक्षा, संसदीय मामले और कानून विभाग सौंपा गया हैं। सोलन से राजीव सैजल को सामाजिक न्याय व आधिकारिता और सहकारिता मंत्री बनाया गया हैं। जबकि कबाइली जिल लाहुल स्पिति से रामलाल मारकंडा को कृषि, अनुसूचित जनजाति विकास, और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री बनाया गया हैं।
कुल्लू से गोविंद ठाकुर को वन, परिवहन और युवा सेवाएं और खेल विभाग दिया गया हैं जबकि ऊना से वीरेंद्र कंवर को ग्रामीण विकास व पंचायती राज मंत्री बनाया गया हैं।
देखें मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व उनके बाकी 11 मंत्रियों की शपथ के दौरान की तस्वीरें-:
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