बिलासपुर ।भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नडडा ने बिलासपुर में एम्स की ओपीडी शुरू कर दी है। इस दौरान लुहणू हैलीपैड से जैसे ही उन्होंने बाहर कदम रखे तो प्रदेश पुलिस के कांस्टेबलों के परिवार वालों ने उनका रास्ता रोक दिया और कहा कि उनके बच्चों के साथ प्रदेश की जयराम सरकार नाइंसाफी कर रही है। उनके बच्चों की वेतन विसंगतियों को ठीक नहीं किया जा रहा है। इसके बाद पुलिस मुख्यालय ने तुरंत आइजी एपी सिंह की अध्यक्षता में इस मसले पर समिति गठित कर दी । लेकिन पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने इस मामले को वीआइपी सुरक्षा में चूक माना व कहा कि यह सुरक्षा के नियमों वाली पीली किताब के नियमों का उल्लंघन है। उन्होंने इस मामले में एडीजीपी अशोक तिवारी से जांच कराने के आदेश दे दिए।
बहरहाल, कहा जा रहा है कि अगर पुलिस मुख्यालय पहले ही इस तरह की कोई समिति गठित कर देता तो ऐसी नौबत ही नहीं आती। बहरहाल नडडा के आगमन पर जो होना था वो हो ही गया है। लेकिन इससे जयराम सरकार की फजीहत जरूर हुई है।
उधर इस कांड से पहले राज्यसभा सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, केंद्रीय स्वास्थ्य, रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया, मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण तथा युवा कार्य एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने जिला बिलासपुर के एम्स कोठीपुरा में ओपीडी जनता को समर्पित की। एम्स बिलासपुर के डाॅ. कपिल शर्मा ने इस प्रतिष्ठित संस्थान की पहली ओपीडी मरीज जिला कुल्लू की रेखा का ईलाज भी किया।
नड्डा ने कहा कि आगामी छः महीनों के भीतर एम्स बिलासपुर को पूरी तरह से शुरू कर दिया जाएगा और क्षेत्र के लोगों के साथ प्रदेश के लोगों को राज्य में ही अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी । नड्डा बिलासपुर में राज्य की लक्षित पात्र आबादी के शत-प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल करने के ऐतिहासिक अवसर पर कोविड टीकाकरण के अन्तर्गत कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों के सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।
जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि दिल्ली से बाहर एम्स की स्थापना करना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक परिकल्पना थी, क्योंकि वर्ष 1960 में दिल्ली में पहला एम्स स्थापित किया गया था। उन्होंने कहा कि पूरे देश में 22 एम्स स्थापित किए जा रहे हैं और यह सब प्रधानमंत्री के प्रयासों से सम्भव हो पाया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के ऊना जि़ला को पीजीआई चंडीगढ़ का 500 करोड़ रुपये का सैटेलाइट सेन्टर मिला है।
उन्होंने कहा कि देश में अब तक 127 करोड़ टीकाकरण की खुराकें दी जा चुकी हैं और विश्व के लगभग 50 देशों को वैक्सीनेशन आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने इस महत्त्वपूर्ण उपलब्धि को हासिल करने के लिए राज्य सरकार, चिकित्सकों, स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों और सभी अग्रिम पंक्ति के कर्मियों को बधाई दी क्योंकि उनके समर्पण और प्रतिबद्धता के कारण ही हिमाचल, टीकाकरण में अग्रणी राज्य बनकर उभरा है।
उन्होंने कोविड टीकाकरण में कार्यरत चिकित्सकों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को इस अवसर पर सम्मानित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि यह प्रदेश के लोगों के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है। प्रदेश के लोगों को स्वास्थ्य क्षेत्र में सर्वोत्तम सेवाएं प्रदान करने में एम्स बिलासपुर की ओपीडी सुविधा मील का पत्थर साबित होगी और हिमाचल प्रदेश ने कोविड टीकाकरण की दूसरी डोज का शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया है। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश के लोगों को यहां हर प्रकार की बीमारी का सुपर स्पेशियलिटी उपचार की सुविधा मिलेगी और बिलासपुर में स्थित एम्स से प्रदेश के लाखों लोगों को ही नहीं अपितु पड़ोसी राज्यों के लोगों को भी लाभ मिलेगा।
जय राम ठाकुर ने कहा कि कोरोना की सम्भावित तीसरीं लहर से निपटने के लिए प्रदेश पूरी तरह तैयार है। राज्य के अस्पतालों में बिस्तरों की क्षमता को 3,804 से बढ़ाकर 8,765 कर दिया गया है जिसकी क्षमता को बढ़ाकर 11,000 किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए सभी महत्त्वपूर्ण कदम उठाए हैं और सभी जिलों में कोविड जांच की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। प्रदेश के सभी जिलों के सभी चिकित्सा महाविद्यालयों और संस्थानों में आरटीपीसीआर सुविधा उपलब्ध करवाई गई है।
(27)