रूही शर्मा
नूरपुर, अप्रैल 10: नूरपुर स्कूल बस हादसे ने कई हस्ते खेलते परिवारों को हमेशा के लिए उजाड़ दिया। इस हादसे में मारे गए सभी बच्चों की आज अंत्येष्टि कर दी गई। यहां पर स्थित खुहाड़ा गांव में तो एक साथ 13 बच्चों के शवों को एक साथ पंच तत्वों में वलीन किया गया। सोमवार को हुए इस बस हादसे में 23 बच्चों की जान गई थी।
यही नहीं कुछ नन्हे-मुन्नों जो दस साल से कम आयु के थे उन्हें आज उनके परिजनों ने उन्हें हरदम के लिए धरती मां की गोद में दफन कर दिया। कई परिवारों के चिरागों को बुझा देने वाले इस हादसे ने मृतक बच्चों के माता-पिता को ऐसा घाव दिया है जो कभी नहीं भरेगा। अपनी आंखों के तारों को खो चुके ये परिवार सदमे में हैं। मां-बाप की नम आंखें अपने लाड़लों का स्कूल से आने का इंतजार कर रहीं हैं और टकटकी लगाए उनकी स्कूल बस का इंताजार कर रहीं हैं। लेकिन अब यह इंतजार उनको पूरी उम्र सताएगा। इस हादसे में दो सगे भाइयों के चार बच्चों को लील लिया।
इस रूह को कंपाने वाले हादसे के बाद से ही इस पूरे इलाके में मातम पसर गया। वहीं आज इन बच्चों को अंतिम विदाई देने के लिए लोगों का हजूम उमड़ गया और नम आंखों के साथ इन नौनिहालों की आत्मा की शांति की कामना की गई। वजीर राम सिंह पठानियां मेमोरियल स्कूल की इस मनहूस बस में मारे गए बच्चों में 12 लड़के और 11 लड़कियां थीं।
इस हादसे में मारे गए बच्चों को श्रद्धांजली देने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, सांसद शांता कुमार केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा, प्रदेश मंत्री किशन कपूर भी शामिल हुए। हादसे में घायल हुए 11 अन्य बच्चों का इलाज चल रहा है। सात बच्चे पठानकोट और चार बच्चों को नूरपुर के सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया है।
प्रदेश सरकार इस हादसे की जांच के लिए हाई लेवल कमेटी का गठन किया है। सीएम ने कहा है कि इस हादसे में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही कि जाएगी।
वहीं इस हादसे से शोक में डूबे नूरपुर व जसूर बाज़ार बंद रहे साथ ही 10 दिनों तक नूरपुर में कोई भी संस्कृति कार्यकर्म नहीं किया जाएगा इसके लिए जिलाधीश ने आदेश जारी किये हैं। वही धर्मशाला में हो रहे दाडी मेले के संस्कृति संध्या को स्थगित कर दिया है यह जानकारी प्रतिलिपि जिला लोक सम्पर्क अधिकारी द्वारा इसकी जानकारी मेला कमेटी को दे दी गयी है
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