शिमला।पावर कारपोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत के बाद उनके परिजन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह,मंत्री जगत सिंह नेगी और बाकियों कांग्रेसियों की ओर से की जा रही झूठी बयानबाजी से बेहद आहत हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू,मंत्री जगत सिंह नेगी और बाकी कांग्रेसी लगातार बयानबाजी कर रहे है कि सरकार विमल नेगी के परिवार से लगतार संपर्क में हैं।
विमल नेगी के बड़े भाई सुरेंद्र नेगी ने कहा कि ये तमाम नेता सबको गुमराह कर रहे हैं और अफवाहें उड़ा रहे हैं। जब से वो शिमला से किन्नौर आएं हैं तब से न तो मुख्यमंत्री ने न मंत्री जगत सिंह नेगी ने और न ही किसी अन्य कांग्रेसी नेता ने उनसे संपर्क किया हैं।उनसे कोई संपर्क में नहीं हैं।
यही नहीं पांच अप्रैल को उनके परिवार वालों ने कैंडल मार्च का आयोजन किया लेकिन कोई भी कांग्रेसी नेता उस कैंडल मार्च में नहीं पहुंचा हैं। मंत्री जगत सिंह नेगी भी नहीं आए। सांगला से उमेश नेगी क्रिया कर्म वाले दिन आए थे वो बतौर रिश्तेदार आए हैं। उमेश नेगी विमल नेगी की पत्नी किरण नेगी के गांव से है। वो उस नाते आए।
आहत सुरेंद्र नेगी ने कहा कि अब ये (कांग्रेसी) कह रहे है भाजपा ने मंच को हाइजैक कर लिया ये किस मुहं से कह रहे हैं। वो खुद कांग्रेस परिवार से है, अगर उनके परिवार (कांग्रेस) के लोग आते तो वो मंच पर होते लेकिन
वो अब सबको गुमराह कर रहे हैं। वो केंडल मार्च भाजपा का नहीं था वो विमल नेगी के परिवार की ओर से विमल नेगी को श्रद्धाजंलि देने के लिए आयोजित किया गया था। लेकिन परिवार के ही लोग नहीं आए। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस के लोग पांच तारीख व अब तक उनके साथ खड़े होतमे तो हमें हौसला मिलता कि परिवार हमारे साथ है।लेकिन वो झूठ फैला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ये तमाम नेता झूठ बोलना बंद कर दे । वो पहले ही दुखी है। झूठ बोल कर उन्हें और आहत न करे।
उन्होंने मंत्री जगत सिंह नेगी को लेकर कहा कि वो मुख्यमंत्री के सामने कुछ बोल ही नहीं सकता। पहले कोई छोटी से बात होती थी तो वो(जगत सिंह नेगी) उसे दिल्ली तक उछालता था लेकिन अब वो यहां पूरी तरह से मौन हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार जांच ही नहीं करेंगी। अगर उन्हें विमल नेगी के परिवार को न्याय दिलाने की चिंता होती तो वो सीबीआइ से जांच कराते। अपनी ही सरकार सीबीआइ जांच नहीं करा सकती तो और कौन कराता।
ये पूछे जाने पर कि ओंकार शर्मा के सामने उनके ब्यान हुए हैं। क्या ब्यान लेने कोई किन्नौर आया था या वो शिमला गए थे। नेगी ने कहा कि सरकार का थोउ़े ही कोई मरा है । उनके परिवार के मरा है। भावानगर एसडीएम ने संदेश दिया था कि वो कब शिमला बयान देने जा सकते है। हम लोग शिमला ब्यान देने गए थे। यहां कोई नहीं आया था।
सुरेंद्र नेगी ने कहा कि विमल नेगी का परिवार हिमाचल की राजधानी शिमला में आवाज उठाएगा। अगर उनकी वहां कोई नहीं सुनेगा तो वो देश की राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति से न्याय की गुहार लगाएंगे। अगर देश की राजधानी में भी किसी ने नहीं सुना तो समझ लेंगे इंडिया में जीना फिजूल हैं। यहां कानून ही नहीं हैं।
हाईकोर्ट का सुक्खू चाहते तो दो दिन भी सुप्रीम कोर्ट तक जलाने दिया। दो दिन अरेस्ट किया । उनका सरकार पर विश्वास क्यों नहीं हैं, नेगी ने कहा कि सरकार को मामले की जांच सीबीआइ को देने में क्या आपति हो सकती हैं। देशराज की जमानत रदद हो गई थी । अगर उसे अरेस्ट कर देते और चार दिन अंदर रखते तो उन्हें विश्वास होता कि सरकार कुछ कर रही हैं। हरिकेश मीणा को आज तक नहीं पकड़ा गया । इतने दिनों तक उससे पूछताछ नहीं की गई। सरकार ने कुछ नहीं किया । ऐसे में हम कैसे भरोसा करे।
सुप्रीम कोर्ट की में देशराज की जमानत याचिका का विरोध करने के लिए सरकारी वकील की ओर से कुछ नहीं कहा गया। इसके बावजूद भी सरकार कहती है कि हम उस पर भरोसा करे।
उन्होंने कहा कि उनका परिवार इस मामले को लेकर जल्द ही हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा कर सीबीआइ जांच की मांग करेगा और सड़क पर भी आंदोलन तेज किया जाएगा। किन्नौर उनके परिवार के साथ खड़ा हैं।
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