शिमला। 20 मई से 100 मेगावाट के प्रदेश पावॅर कारपोरेशन के सैंज जल विद्युत परियोजना में बिजली उत्पादन शुरू होने से पहले प्रोजेक्ट निर्माण के हो रहे कार्यों का जायजा लेने एचपीसीएल के नवनियुक्त एमडी ने परियोजना का जायजा किया।
इस मौके पर देवेश कुमार ने कहा कि परियोजना की दूसरी यूनिट अगले माह तक क्रियान्वित कर दी जाएगी। उन्होंने पावॅर हाउस कॉम्प्लेक्स और बांध स्थल का दौरा किया और परियोजना अधिकारियों को सियूंड स्थित पॉवर हाउस से बांध स्थल तक सड़क को पक्का करने के निर्देश दिए, ताकि परियोजना प्रभावित लोगों को इसका लाभ मिल सके।
गौरतलब हो कि सैंज जल विद्युत परियोजना का मैकेनिक्ल आपरेशन 25 को किया गया था। 100 मेगावाट क्षमता की इस परियोजना से प्रति वर्ष 322 मिलियन यूनिटस उत्पादन होगा, जिससे प्रदेश सरकार को 100 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त होगा।
देवेश कुमार ने कहा कि सैंज जल विद्युत परियोजना का निर्माण ब्यास नदी की सहायक नदी सैंज पर कुल्लू जिले में किया जा रहा है। इस परियोजना में सैंज नदी पर निहारनी गांव के समीप बेराज का निर्माण किया गया है। परियोजना में भूमिगत पॉवर हाउॅस का निर्माण सैंज नदी के दाहिनी ओर सियंूड गांव के समीप किया गया है। इस परियोजना में 3.85 मीटर व्यास की 6.36 किलोमीटर लम्बी सुंरग बनाई गई है और 50 मेगावाट की दो पेल्टन टरबाइन लगी है।
इस परियोजना के प्रत्येक प्रभावित परिवार को 100 यूनिट बिजली प्रति माह 10 वर्षों के लिए मुफ्त में दी जाएगी। इसके अलावा परियोजना से होने वाली आय की 1 प्रतिषत राषी भूमि विकास प्राधिकरण फण्ड के तहत परियोजना प्रभावितों को दी जाएगी। इसके अतिरिक्त परियोजना की लागत की 1.5 फीसद राशि लाडा के अन्तर्गत परियोजना प्रभावित क्षेत्र के विकास में खर्च की जाएगी। सैंज जल विद्युत परियोजना प्रभावित परिवारों के लिए बागवानी एवं कृषि प्रशिक्षण शिविर, तकनीकि क्षमता विकास एवं शैक्षणिक स्तर सुधार के लिए छात्रवृति प्रदान की गई है।
इस अवसर पर के.के.गोयल महाप्रबन्धक, सैंज जल विद्युत परियोजना; पी.के. टण्डन, उप-महाप्रबन्धक (सिविल) वी.एस. रावल, उप-महाप्रबन्धक (विद्युत); उन्नी कृष्णनन, प्रबंधक, मै0 वायॅथ लि0 और मुकेश सेनी, प्रबधंक मैं0 एच.सी.सी. लि0 उपस्थित रहे।
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