शिमला। उप तहसील जुन्गा में नायब तहसीलदार का पद पिछल्ले महीने 11 दिसंबर से रिक्त होने के कारण लोगों को राजस्व संबधी कार्यों के लिए परेशानी उठानी पड़ रही है।
कुसम्पटी निर्वाचन क्षेत्र के 70 फीसद गांव उप तहसील जुन्गा के तहत आते है । एसडीएम ग्रामीण शिमला की ओर से उप तहसील जुन्गा का कार्यभार नायब तहसीलदार धामी को सौंपा गया है और उन्हें सप्ताह के दो दिन शुक्रवार और शनिवार को जुन्गा में बैठने के आदेश दिए गए हैं । धामी से जुन्गा का कार्यभार देखना किसी भी अधिकारी के लिए कठिन है और यह तर्कसंगत भी नहीं है । कायदे से यह कार्यभार शिमला ग्रामीण में कार्यरत नायब तहसीलदार को दिया जा सकता था । अनेकों बार शनिवार को अवकाश होने पर लोगोें के कार्य रूक जाते हैं ।
पीरन पंचायत के प्रीतम ठाकुर, भगत चंद आन्नद, सतलाई पंचायत के नेत्र सिंह सहित अनेक लोगों ने बताया कि नायब तहसीलदार न होने से लोगों के भूमि संबधी सारे कार्य रूक गए है लोग दूरदराज गांव से आकर शाम को निराश होकर वापस जाना पड़ता हैं ।
इन स्थानीय लोगों ने कहा कि राजस्व संबधी अनेक मामले उप तहसील की अदालत में लंबित पड़े हैं जिस कारण लोगों को समय पर न्याय नहीं मिल पा रहा है क्योंकि अतिरिक्त कार्यभार होने पर नायब तहसीलदार धामी की ओर से छुटमुट कार्य ही निपटाए जा रहे है ।
इन लोगों का कहना है कि एसडीएम ग्रामीण शिमला को नायब तहसीलदार धामी के बजाए शिमला ग्रामीण के नायब तहसीलदार को प्रभार देना चाहिए था क्योंकि शिमला ग्रामीण में लोगों के कार्यों के लिए तहसीलदार उपलब्ध हैं । इन ग्रामीणों ने सरकार से नायब तहसीलदार के पद को शीघ्र भरने की मांग की है ।
(4)