शिमला। जयराम सरकार की उपलब्धियों को कटघरे में खड़ा करते हुए नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा है कि सरकार ने बच्चों से लेकर बुजुर्गो तक सबके साथ एक साल के कार्याकाल में धोखा कि या हैं। राज्यपाल आचार्य देवव्रत के अभिभाषण को खोखला करार देते हुए उन्होंने कहा कि बजट में बच्चों को वर्दियां, बोतलें और बैग देने का वादा किया गया
था। लेकिन किसी को कुछ नहीं मिला। जबकि साठ साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को पैंशन देने का वादा था लेकिन यह उम्र 70 साल कर दी। अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार ने एक साल के कार्याकाल में प्रदेश की जनता से धोखा किया है और उसे जनता से माफी मांगनी चाहिए।
वह आज विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर भाजपा विधायक कर्नल इंद्र सिंह की ओर से लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर बोल रहे थे।
मुकेश अग्निहोत्री ने विधानसभा चुनावों से पहले जारी किए भाजपा के दृष्टिपत्र, मुख्यमंत्री की ओर से पिछल्ले साल पेश किए बजट और राज्यपाल के अभिभाषण का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने जो घोषणाएं बजट दस्तावेज में की थी,उनका राज्यपाल के अभिभाषण से पूरी तरह से गायब कर दिया गया हैं। प्रदेश में एक भी राष्टÑीय राजमार्ग पर काम शुरू नहीं हुआ हैं
। आज भी प्रदेश 2200 किलोमीटर राष्टÑीय राजमार्ग ही हैं और केंद्र से मरम्मत के लिए किेवल 350 करोड़ रुपए ही मिले हैं। सरकार की ओर से एक साल से यह दावा करना कि प्रदेश को 69 राष्टÑीय राजमार्ग मंजूर हो गए हैं, गलत हैं। सरकार एक साल से भ्रम फैला रही है कि प्रदेश में 4312 किलोमीटर राष्टÑीय राजमार्ग बनेंगे। लेकिन केंद्र से एक फूटी कौड़ी तक नहीं मिली हें। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के अब कुल 25 दिन बचे हैं। अब कुछ भी मिलने वाला नहीं हैं। बजट में जलौड़ी मे ंसुरेग बनाने का जिक्र किया गया था। क्या एक साल में एक भी सुरंग बनी।
मुख्यमंत्री ने साल पहले बजट भाषण में कहा था कि कर्ज को कम करेंगे। लेकिन राज्यपाल के अभिभाषण में कर्ज का जिक्र ही नहीं हैं। चार हजार करोड़ रुपए के करीब कर्ज ले लिया गया हैं। अभिभाषण में इसका जिक्र होना चाहिए था।
मुकेश ने मुख्यमंत्री को दिल्ली दौरो ंपर घेरते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सदन को बताएं कि वह दिल्ली से लाएं क्या। क्या प्रदेश के लिए औद्योगिक पैकेज मिला, क्या कर्जे माफ हुए। सरकार के एक साल के जश्न के मौके पर प्रधानमंत्री धर्मशाला आएं वहां भीड़ जुटाने के लिए पूरी सरकारी मशीनरी झोंक दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने केंद्रीय विवि की आधारशिला तक नहीं रखवा पाए। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि वह सदन को बताएं कि शिमला व धर्मशाला स्मार्ट सिटी के लिए कितना पैसा आया। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण के केंद्रीय योजनाओं का जिक्र किया जा रहाहैं। सरकार ने खुद एक साल में क्या किया इसका कोई जिक्र नहीं हैं।
उन्होंने सरकार को याद दिलाया कि भाजपा ने वादा किया था कि वह अधिग्रहण की जाने
वाली जमीन की एवज में किसनों को फैक्टर 2 के तहत मुआवजा दिलाएगी। क्या एक
किसान को भी ऐ मुआवजा मिला। बजट भाषण में बच्चों को लैपटाप, वर्दी, बोतल और बैग देने का वादा किया था। पैंशन देने की उम्र 60 साल करने क ी घोषणा की थी। लोकायुक्त को नियुक्त करने की घोषणा की गई थी। क्या इनमें से कुछ हुआ।
किया जा रहाहैं। उन्होंने पूछा कि सरकर क्या अपने किसी चेहते को वहां तैनात करने के
लिए ऐसा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार प्रचार कर रही है कि वह केंद्र से नौ हजार
करोड़ की योजनाएं मंजूर कर लाई हैं। लेकिन राज्यपाल के अभिभाषण में लिखित में कुछ
नहीं हैं। एडीबी के दूसरे चरण के कन्सेप्ट नोट का क्या हुआ। हेली टैक्सी व एयर कनेक्टिविटी जैसे वादे जुमले साबित हुए हैं। मुख्यमंत्री ने अपना हेलीकाप्टर तक सैलानियों
को लाने ले जाने के लिए दिया था। लेकिन अब यह नहीं दिया जा रहा हैं। स्थाई रोजगार देने की बात की गई थी लेकिन आउटसोर्स पर भर्तियां की जा रही हैं। मुकेश ने कहा कि इस सरकार की ब्रेक, स्टीयरिंग, क्लच सब फ्री हो गए हैं। सरकार दिशाहीन हो गई हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के आठ लाख 24 हजार स्कूली बच्चों को 165 करोड़ रुपए से वर्दियां
खरीदी जानी थी। चार महीने तक फाइल मंत्री व सचिव के बीच में ही घूमती रही।
उन्होंने सवाल किया कि अब दोबारा निविदाएं मांगी जा रही हैं। क्या निविदाओं की शर्तों को बदला जा रहा हैं। मुकेश ने कहा कि 18 से 35 साल के युवाओं को 40 लाख कर्ज देकर व एक रुपए पटटे पर जमीन देकर उनका कारोबार चलाने की घोषणा की थी। क्या किसी एक का कारोबार चला।
मुकेश अग्निहोत्री ने बजट में की गई घोषणाओं को पर सरकार को घेरते हुए कहा कि एक
बार घोषणाएं कर दी उसके बाद मुड़ कर नहीं देखा। 68 लोकभवन बनाने और दस आदर्श
विद्यालय खोलने की घोषणा की थी। एक का भी निर्माण शुरू नहीं हुआ हैं। अभिभाषण में
कानून व्यवस्था को कोई जिक्र नहीं हैं। जबकि प्रदेश में98 कत्ल व 345 मामले दुष्कर्म के
हो चुके हैं। उन्होंने आइपीएच विभाग में सौ करोड़ की घटिया पाइपें खरीदने का भी इल्जाम
लगाया। साथ ही कहा कि ब्रिक्स से मंजूर 680 करोड़ रुपए की योजनांए आइपीएच मंत्री व
मुख्यमंत्री के हलकों तक ही समिति हो गई। कांग्रेस विधायकों के साथ तो भेदभाव किया ही भाजपा के विधायकों को भी नहीं छोड़ा।
उन्होंने कहा कि अब सरकार 80 हजार करोड़ का निवेश लाने का प्रचार कर रही हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि उन्हें क्या पता है कि प्रदो में कितने हजार करोड़ की इंडस्ट्री
हैं। उन्होंने सरकर को सलाह दी कि वह नौ फरवरी को बजट पेश करने से पहले पिछल्ले बजट की घेषणाओं व अपने दृष्टिपत्र को एक बार पढ़ लें। जनता को गुमाराह न करे।
एक साल में ही बैचेन हो गया विपक्ष
इस मौके पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ऐसी बैचेनी दिखा रहे है जैसे यह सरकार का अंतिम बजट हैं। एक साल में ही इतनी बैचेनी है तो आगे क्या होगा।
उन्होंने मुकेश अग्निहोत्री की ओर से गिनाएं गए आंकड़ों पर सवाल उठाए । हालांकि इस पर मुकेश ने उनके आंकड़ों को गलत ठहराने की चुनौती दे डाली। मुकेश ने कहा कि ये
सरकार के आंकड़े हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हेली टैक्सी इसी महीने के आखिर में शुरू हो रही हैं। जबकि केंद्रीय विवि का शिलान्यास 26 तारीख को रख दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कुछ योजनाओं को ही शुरू किया है व इसका विपक्ष पर असर दिखना भी शुरू हो गया हैं। जब सभी योजनाएं शुरू हो जाएगी तो क्या हागा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपना हेलीकाप्टर इन दिनों कबायली इलाकों में फंसे लोंगों को निकालने के लिए दिया हैं। सैलानियों की जगह कबायली इलाकों में फंसे लोग प्राथमिकता में हैं। उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों में कांग्रेस की सरकारें क्यां बन गई नेता प्रतिपक्ष जोश में आ गए।
नेता प्रतिपक्ष प्रधानमंत्री मोदी के हिमाचल दौरों पर तो सवाल उठाते है लेकिन विधनसभा चुनावों से पहले जो राहुल गांधी की रैली करवाई थी। उसे भूल जाते हैं। उस रैली का एक करोउÞ का बिल सरकार को थमा गए हैं। योजनाओं को शुरू करने के लिए औपचारिकताएं पूरी करनी पड़ती हैं। उन्होंने सदन में मुकेश के साथ बगल में बैठके पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की ओर इशारा करते हुए कहा कि वह कुूछ भी बोलने से पहले कम से कम उनसे तो सलाह ले लिया करे। उन्होंने कहा कि जिस तरह से जनमंच से कांग्रेस पार्टी परेशान है उससे साफ है सरकार अपने मिशन कामयाब है। उन्होंने कहा कि बैचेनी का यह दौर लंबा चलेगा।
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