शिमला। प्रदेश में बहुत तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों को लेकर जयराम सरकार में हड़कंप मच गया है व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने तमाम उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को कोविड-19 जांच बढ़ाने, समूहों में प्रभावी निगरानी सुनिश्चित करने और महामारी की तीसरी लहर के प्रसार को रोकने के निर्देश दिए।मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां वर्चुअल माध्यम से राज्य में कोविड-19 महामारी की स्थिति की समीक्षा की और संकेत दिया कि अगले कल से प्रदेश में ज्यादा पांबदियां लग सकती है।
सरकार ने आज ग्रीष्म कालीन छुटिटयों वाले स्कूलों की छुटिटयां 26 जनवरी तक बढ़ा दी है। पहले यह छुटियां दस जनवरी तक ही थी।
जय राम ठाकुर ने खुद माना कि कोविड-19 के मामलों में तीव्र गति से वृद्धि हो रही है, इसलिए राज्य सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि लोग कोविड अनुरूप व्यवहार बनाएं रखें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिस्तर, आॅक्सीजन, पीपीई किट और दवाइयों की उपलब्धता के संबंध में तैयारियों की समीक्षा की जाए व राज्य सरकार की ओर लगाए गए सभी प्रतिबंधों को सख्ती से लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार अगले कुछ दिनों और हफ्तों में कोविड-19 के मामलों में तेजी से वृद्धि हो सकती है, इसलिए विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन की व्यवस्था को और असे धिक प्रभावी बनाया जाए तथा होम आइसोलेशन के सम्बन्ध में संशोधित दिशा-निर्देशों को लागू किया जाए।
जय राम ठाकुर ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को पल्स आॅक्सीमीटर और थर्मामीटर उपलब्ध करवाए जाएं, ताकि होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की नियमित रूप से निगरानी की जा सके। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की परेशानी होने पर मरीजों को तुरंत स्वास्थ्य संस्थानों में पहुंचाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मरीजों को लाने-ले जाने के लिए प्रभावी तंत्र विकसित किया जाना चाहिए ताकि मरीजों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने अधिकारियों को पर्याप्त मात्रा में आॅक्सीजन सिलेंडर और अन्य आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए ताकि किसी भी आपात स्थिति में किसी भी तरह की दहशत से बचा जा सके। उन्होंने 15 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों का तेजी से टीकाकरण और स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं को ऐहतियाती खुराक लगाने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन नहीं करने वाले पर्यटकों पर नजर रखने और ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने पर्यटकों से राज्य सरकार की ओर से समय समय पर जारी मानक संचालन प्रक्रिया का सख्ती से पालन करने का भी आग्रह किया।
उन्होंने उपायुक्तों को निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाए कि लोगों को बर्फ के कारण कोई असुविधा न हो और बिजली, पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
24 घंटों में 728 नए मामले
प्रदेश में कोरोना के नए मामलों के आने का रोजाना नए रेकार्ड बनाने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले 24 घंटों में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के रेकार्ड 728 नए मामले सामने आए और कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामलों का आंकड़ा बढ़कर 2811 तक पहुंच गया है। कजला कांगड़ा में कोरोना विसफोट हो गया और अकेले जिला कांगड़ा में ही कोरोना के219 नए मामले सामने आए हैं जबकि सोलन में 116 हमीरपुर में 75, कुल्लू में 68, शिमला में 63 सिरमौर में 48 औरऊना में 36, मंडी में 33, बिलासपुर में 26, किन्नौर में 25, चंबा में 15 और लाहुल स्पिति में चार नए मामले सामने आए हैं।
प्रदेश में सबसे ज्यादा 925 सक्रिय मामले जिला कांगड़ा में हो गए है जबकि सोलन में 392, शिमला मे 328, हमीरपुर में 305, कुल्लू में 176, ऊना में 171, सिरमौर में 167, मंडी में 143, बिलासपुर में 96, चंबा में 58, किन्नौर 40 और लाहुल स्पिति में 10 सक्रिय मामले हो गए है। प्रदेश में अब तक कोरोना संक्रमण के दो लाख 31 हजार587 नए मामले सामने आ चुके है और 3864 मौतें हो चुकी है। पिछले 24 घंटों में प्रदेश में किसी भी कोरोना संक्रमित मरीज की मौत नहीं हुई हैं।
(33)