शिमला। (16 दिसंबर 2024)बिजली बोर्ड से आउटसोर्स पर बरसों से लगे 18 चालकों को नौकरी से निकालने के खिलाफ बिजली बोर्ड के आउटसोर्स कर्मचारियों ने बिजली बोर्ड के बाहर महाधरना देते हुए प्रदेश की कांग्रेस की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
इस मौके पर मंडी जिला से बिजली बोर्ड की आउटसोर्स कर्मचारी यूनियन के प्रधान दिनेश ठाकुर ने सुक्खू सरकार से जवाब तलब किया कि बिचौलियों यानी आउटसोर्स कंपनियों को कब बाहर का रस्ता दिखाया जाएगा। जबकि सरकार ने वादा किया था कि वो छह महीने के भीतर इन बिचौलियों को बाहर कर देगी लेकिन उल्टे 81 चालकों को ही नौकरी से निकाल दिया।
उन्होंने इस मौके पर तमाम आउटसोर्स कर्मचारियों से एकजुट होकर मोर्चे पर डटे रहने का आहवान किया ।
इस मौके पर बिजली बोर्ड आउट सोर्स यूनियन के प्रदेशध्यक्ष ने चेताया कि यदि प्रबंधन वर्ग समय रहते इन निकाले गए आउटसोर्स चालकों की सेवाएं बहाल नहीं करते तो बोर्ड़ में कार्यरत 3100 ऑउट सोर्स कर्मचारियों को राज्यव्यापी आंदोलन की ओर बढ़ने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
याद रहे सुक्खू सरकार ने पहली नवंबर,2024 से बोर्ड में 81 आउटसोर्स चालकों की सेवाएं समाप्त कर की थी जो पिछले 12-13 वर्षों से बोर्ड में अपनी सेवाएं दे रहे थे और यह कर्मचारी आज सड़कों में है। इस निष्कासन से कर्मचारियों में भारी आक्रोश है और संशय का माहौल बना है। इन चालकों को दीपावली के दिन निकालने का फरमान जारी किया गया था।
इस धरना प्रदर्शन का बिजली बोर्ड जॉइंट फ्रंट ने समर्थन किया है और फ्रंट की ओर से संयोजक लोकेश ठाकुर व सह संयोजक हीरा लाल वर्मा ने कहा कि जॉइंट के फ्रंट के साथ चल रहा वार्ता में प्रदेश सरकार ने इस फैसले पर पुनविर्चार करने को माना है जिस बारे बोर्ड प्रवन्धन से विधानसभा सत्र के बाद 23 दिसम्बर को वार्ता प्रस्तावित है। उन्होंने प्रबंधन वर्ग से मामले में की जा रही देरी पर चिंता जताई और शीघ्र इन 81 ड्राइवर की सेवाएं बहाल करने की मांग की है।
इस अबसर पर आउटसोर्स इम्प्लाइज यूनियन की ओर से राज्य अध्यक्ष अश्विनी शर्मा व सचिव राजेश चौहान तथा वरिष्ठ उपप्रधान पुनीत सोनी के अतिरिक्त अन्य पदाधिकारियों ने भी संबोधित किया।
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