रूही शर्मा
कांगड़ा। शाहपुर में बुधवार को भाजपा विधायक सरवीण चौधरी के घर से करीब तीन सौ मीटर दूर बिजली की लाइन ठीक करते वक्त एक निजी लाइनमैन की मौत गिरने से नहीं बल्कि करंट लगने से हुई थी । ये खुलासा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हुआ हैं। ये लाइनमैन ठेकेदार के लिए काम करता था।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने ठेकेदार, कनिष्ठ अभियंता, सहायक अभियंता व लाइनमैन के खिलाफ धारा 304-ए, 337 व 34 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
रिपोर्ट ने बिजली विभाग के आला अधिकारियों के झूठ की कलई खोल दी है। इससे पहले अफसरों कहना था कि मृतक किशोरी लाल की मौत बिजली के खंबे से गिरने की वजह से हुई है।
वहीं चश्मदीदों के मुताबिक किशोरी लाल (40) पुत्र श्याम निवासी डढम्ब बिना किसी सुरक्षा उपायों के ही बिजली की सप्लाई दुरुस्त करने के लिए पोल पर चढ़ गया था और अचानक करंट लगने के बाद वह जमीन पर आ गिरा था ।जिसके बाद उसे शाहपुर की सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया जहां उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था।
इस बारे में जब बिजली विभाग के रैत कार्यालय स्थित SDO अमर सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि “तारें ठीक करते वक्त अपना संतुलन खोने की वजह से लाइनमैन सर के बल नीचे गिर गया था, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ है।“ जब उनसे इस बारे में और जानकारी मांगी गई तो वह अपना पल्ला झड़ते हुए नज़र आए और उन्होंने कहा कि इससे ज्यादा जानकारी शाहपुर स्थित JE अशोक कुमार ही दे सकते हैं। वहीं JE अशोक कुमार भी इस दर्दनाक हादसे के बारे में कोई भी जानकारी देने से बचते रहे और SDO से जानकारी लेने की दुहाई देते रहे।
बता दें की मंगलवार की रात को आए तुफान की वजह से कांगड़ा के कई इलाकों में बिजली की तारों और खम्भों के टूट जाने की वजह से बिजली गुल्ल हो गई थी। शाहपुर इलाके में बिजली की स्पलाई को बहाल करने के लिए बिजली विभाग ने निजी ठेकेदार सुरिंदर कुमार को जिम्मा सौंपा था। मृतक किशोरी लाल इसी ठेकेदार के पास कार्यरत था।
इस बारे में धर्मशाला स्थित बिजली विभाग के Chief Engineer सुरेश कुमार ठाकुर ने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है और इसका जिम्मा SE कांगड़ा को सौंपा गया है। इस पूरे प्रकरण में बिजली विभाग के तमाम आला अधिकारी अपना पल्ला झाड़ते दिखे। जब इनसे निजी ठेकेदार को काम दिए जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने चुप्पी साध ली।
यह हादसा इलाके की विधायक सरवीण चौधरी के घर से महज 300 मीटर की दूरी पर घटा। जब विधायक से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों को चार लाख रुपए को मुआवजा दिया गया है साथ ही इस हादसे के पीछे हुई लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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