शिमला।सीबीआई पूछताछ पर व उसके बाद केबिनेट,पूरी कांग्रेस पार्टी व विधायकों के वीरभद्र सिंह के पक्ष में खुलकर नहीं आने के बाद आज उनके पुत्र व प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह ने युकाइयों को मैदान में उतारने का आहवान किया।
भ्रष्टाचार व आय से अधिक संपति के मामलेे में सीबीआई विक्रमादित्य से भी पूछताछ कर चुकी है। ये पहली बार है कि वीरभद्र सिंह बढ़े संकट के दौरान केबिनेट ने वीरभद्र सिंह के समर्थन में कोई बयान नहीं दिया है।इससे पहले जब भी बवाल बढ़ा तो केबिनेट का पूरा प्रेस नोट मीडिया को जारी कर दिया जाता था। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। पार्टी भी समर्थन में नहीं उतरी हालांकि पार्टी पहले भी कम ही समर्थन में उतरती थी।
संभवत: नई स्थिति को देखते हुए विक्रमादित्य ने अब युवा कांग्रेस के पदाधिकारियों व सदस्यों को मैदान में उतार दिया है। करोड़ों रुपयोंं की संपति के मालिक विक्रमादित्य ने राजधानी में युवां पदाधिकारियों की मासिक समीक्षा बैठक में उन्होंने युकांंइयों का आहवान किया कि उनके पापा व प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ भाजपा के दुष्प्रचार का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए एकजुट हो जाएं व लोगों के बीच जाएं।
उन्होंने युवा कांग्रेस में निष्क्रिय पदाधिकारियों को भी चेताया कि वो जाग जाए अन्यथा उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।अभी तक विक्रमादित्य युवा कांग्रेस में कोई बड़ा जलवा नहीं दिखा पाए हैं।मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह उन्हें जैसे- कैसे राजनीति कार्यक्रमों में ले जाकर लोग से जोड़ने का काम कर रहे है। बताते है कि बिलासपुर से कांग्रेस के बड़े नेता रामलाल ठाकुर व कांगड़ा में परिवहन मंत्री जी एस बाली के पुत्र विक्रमादित्य को चुनौती देते रहते है।
रामलाल ठाकुर के पुत्र विकास ठाकुर विक्रमादित्य के खिलाफ कईकुछ कर रहे है इसका भंडातो पिछले दिनों बिलासपुर जिला से कांग्रेस विधायक बंबर ठाकुर ने सोशल मीडिया पर किया था।अंदर खाते बाली पुत्र भी अपनी मुहिम चलाए हुए है। कांग्रेस नेताओं में इन दिनों अपने पुत्रों को राजनीति में सथापित करने की होड़ लगी हैै। इन कांग्रेसी पिताओं को भाजपा नेता व पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के पुत्र व बीसीसीआई के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर की ओरसे छुई गई बुलंदियों से रश्क होता हैं। इसलिए वीरभद्र समेत ये सारे पिता अपने पुत्रों को आगे लाने ही होड़ मचाए हुए है। हालांकि ऐसी ही स्थिति सोनिया गांधी की भी है उनके भी राहुल बाबा एडजस्ट नहीं हो पा रहे हैं।
उधर,धूमल परिवार के लिए भाजपा कुछ भी करने को तैयार रहती है। जो भी धूमल परिवार कहता है प्रदेश भाजपा वही करती है। धूमल विरोधी खेमे के नेता तो कहते भी है कि प्रदेश की भाजपा धूमल परिवार की बंधुआ हो गई हैं।
ऐसे में विक्रमादित्य खुद को उभारना चाहते हैं व युकां को सक्रिय करने की ओर से आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे हैं।इसी के चलते इस बैठक में उन्होंने युकांइयों को आगे करने का कदम उठाया है। चूंकि अगले साल होने है व उनके व उनके पिता के समर्थन केबिनेट व ज्यादा विधायकों के आने की संभावनाएं कम है, इसलिए युकां को आगे करने की रणनीति है।
इस समीक्षा बैठक में विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि युकां कार्यकर्ताओं को एक जुट करने का जिम्मा संगठन के पदाधिकारियों का है इसलिए उन्हे अपने क्षेत्रों में उनके साथ बैठके कर उनकी समस्याओं को भी दूर करना चाहिए। उन्होने कहा कि जल्द ही कांगडा में युवा कांग्रेस एक बडी रैली का आयोजन करेगी।
कांग्रेस पार्टी के कार्यलय सचिवमान सिंह ठाकुर के हवाले से जारी विज्ञिप्त कहा गया है कि इससे पूर्व भारतीय युवा कांगे्रस के सचिव एवं प्रभारी हिमाचल प्रदेश अफजल अहमद ने पदाधिकारियों से कहा है कि वह अपना कार्य मजबूती और ईमानदारी से करते हुए अपने पद और पार्टी के साथ न्याय करे। अफजल अहमद ने कहा कि जल्द ही वह प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों का दौराकर कार्यकर्ताओं की बैठकों में भाग लेंगे।
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