शिमला।कांग्रेस पार्टी की ओर से बुलाए गए महत्वपूर्ण जनरल हाउस से दो दिन पहले मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह समर्थकों ने कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू पर हमला बोल दिया है। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के लाडले व पूर्व प्रदेश कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष बलदेव सिंह ठाकुर ने सुक्खू को कांग्रेस में गुटबाजी का जन्मदाता बता उन्हें कांग्रेस पार्टी का अब तक का सबसे कमजोर अध्यक्ष करार दिया है।
बलदेव ठाकुर ने बीते दिनों वीरभद्र सिंह ब्रिगेड खडी की थी। इस पर कांग्रेस अध्यक्ष सुक्खू ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था।
बलदेव ठाकुर ने कहा कि उन्होंने बिना कोई नोटिस दिए पार्टी से निकाला गया था। इस बावत उन्होंने सुक्खू को लीगल नोटिस भेजा था व उससे पहले उन्होंने उन्हें पार्टी से निष्कासित करने का कारण भी पूछा था लेकिन कोई जवाब नहीं आया । उसके बाद उन्होंने सुक्खू के खिलाफ कुल्लू में सीजेएम की अदालत में मानहानि का मुकदमा ठोक दिया है व सीजेएम ने सुक्खू को व्यक्त्गित तौर पर 27 दिसंबर को अदालत में हाजिर होने केे आदेश दिए है।
बलदेव ठाकुर ने एक एनजीओ का गठन भी किया व उसमें कांग्रेस के सारे बागियों व पार्टी से निष्कासित कांग्रेसियों को शामिल किया है अधिकांश वो कांग्रेसी है जिनका सुक्खू से छतीस का आंकड़ा है। एनजीओ का नाम जय हिमाचल वीर कल्याण समित रखाा गया है। समझा जा रहा है कि वीर का मतलब वीरभद्र सिंह ही है व इस सारे कांड के पीछे वीरभद्र सिंह ही है व एनजीओ की आड़ लेकर कांग्रेस पार्टी पर अपना कब्जा करनेे के प्रयास का ये एक हिस्सा है। पिछले विधानसभा चुनावोंं में कांगेस के आधिकारिक प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव लड़ने व पार्टी विरोधी गतिविधियां करने केे आरेप में दर्जनों वीरभद्र समर्थकों व बाकी कांग्रेसियों को पार्टी से निकाला गया था । इनमें कइयों को पार्टी में ले लिया गया था लेकिन बहुत से अभी भी बाहर है। ऐसे में वीरभद्र सिंह समर्थकों ने ये तरकीब निकाली है व ये सब वीरभद्र सिंह से हामी मिलने के बाद किया गया है।
वीर कल्याण समिति के अध्यक्ष बलदेव ठाकुर ने राजधानी में संवाददाता सम्मेलन में वीरभद्र सिंह का जमकर गुणगान किया । समिति में कांग्रेस पार्टी से निष्कासित व पूर्व प्रवक्ता दीपक शर्मा जिन्होंने पिछले दिनों सुक्खू पर भ्रष्टाचर के आरोप जड़े थे को महासचिव बनाश है इसके अलावा विजय डोगरा,अनुराग शर्मा और गुलाब सिेंह चंदेल को भी महासचिव बनायाा गया है।देवेंद्र शर्मा ,महिला कांगेस की पूर्व अध्यक्ष मनभरी व देवी सिंह को उपाध्यक्ष व करतार सिंह चौधरी,खुशीराम भूरिया और विजय ठाकुर को सह सचिव बनाया गया है।
पूर्व विधायक कशमीर ठाकुर को मुख्य सलाहकार नियुक्त किया गया है।बलदेव ठाकुर ने कहा कि अगर उनकी पार्टी में वापसी हो भी जाती है तो वो फिर भी सुक्खू के खिलाफ मानहानि का दावा वापस नहीं लेंगे। लेकिन कहा जा रहा है कि कांगेस प्रभारी अंबिका सोनी ने बलदेव ठाकुर समेत बागी कांग्रेसियों को वापस लेने का फरमान जारी कर दिया है। लेकिन चूंकि ठाकुर ने सुक्खू के खिलाफ मुकदमा दायर कर रखा है तो उन पर मुकदमा वाापस लेनेे की शर्त रखी जा रही है।
गौरतलब हो कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व कांगेस अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के बीच एक अरसे से तनातनी चल रही है। बीते दिनों मंत्री जी एस बाली ने इन दोनों के बीच समझौता करवाने का दावा कराया था। कहा जा रहा है कि वीरभद्र सिंह सुक्खू को पार्टी अध्यक्ष्ज्ञ पद से बाहर कर वहां अपने किसी लाडले को तैनात करना चाहते है। हर्ष महाजन की फाइल अंबिका सोनी तक चली भी गई थी।लेकिन सुक्खू ने वहां वीरभद्र को पटकनी दे दी। धूमल ने भी अचानक सुक्खू के खिलाफ मोर्चा खोला है। अब देखना ये है कि वीरभद्र सिंह सुक्खू को बाहर का रास्ता दिखा पाते है या सुक्खू उनकी चलने नहीं देते है। पूर्व केंद्रीय मंत्री व वीरभद्र विरोधी खेमे केे आका पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा भी हिमाचल आ रहे हैै। विधानसभा चुनावोंं का एक साल रहने पर भाजपा व कांग्रेस दोनों में अंदरूनी खेल चल पड़ा है।
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