शिमला।मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के कुपवी में टिक्कर के दौरे के दौरान जंगली मुर्गे का जिक्र मुख्यमंत्री के वायरल किए मैन्यू में हो जाने के बाद उठे विवाद के बीच कुपवी पुलिस थाने में एफआइआर दर्ज हो गई है। कुपवी थाने से मिली जानकारी के मुताबिक शिकायत कर्ता ने कुछ फेसबुक के यूआरएल भी थाने को शिकायत के साथ दिए है।
बड़ा सवाल यही है कि ये मैन्यू कहां से लीक हुआ और किसने लीक किया ये सब जांच के दायरे में आ गया है। अगर ये मैन्यू फेक यानी जाली था तो फिर तो ये और भी गंभीर मामला है और सुक्खू सरकार के खुफिया एंजेंसियों पर सवाल है।
शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में लिखा है कि उनके इलाके में तो जंगली मुर्गा होता ही नहीं है।हालांकि इस बात को लेकर इलाके में सुगबुगाहट शुरू हो गई है कि मुर्गे तो हर जगह ही होते है।इस दिलचस्प एफआइआर में कुपवी थाना पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता की धारा 356 और 353(2) के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
“The other offence is Section 353(2) of the BNS. Section 353(2) is rumour or alarming news which is false being published or circulated resulting in feeling of enmity, ill-will and hatred between different religions.
एफआइआर के मुताबिक गांव टिक्कर की निवासी व पंचायत कुलग की प्रधान सुमन चौहान और और एक अन्य नीतू कुमार ने कहा है कि 13 दिसंबर को उनके गांव में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आए थे। उनके लिए गांव की महिलाओं ने पारंपरिक भोजन बनाया था। लेकिन सोशल मीडिया और प्रिंट मीडिया में एक फेक मैन्यू वायरल कर दिया गया।
इस तरह मीडिया में पारंपरिक भोजन और संस्कृति को नुकसान पहुंचाने के लिए गुमराह करने वाला प्रोपेगेंडा चलाया गया। इससे पूरे चेथा परगण की जनता में रोष व्याप्त है। उन्होंने कहा कि जिस जानवर यानी जंगली मुर्गे की चर्चा की जा रही है वो उनके इलाके में होता ही नहीं।
ये एफआइआर अपने आप में ही दिलचस्प है। अब इस एफआइआर की जांच में क्या निकलता है वो और भी ज्यादा दिलचस्प होने की संभावना है।
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