शिमला।अवैध माइनिंग मामले में मोदी सरकार की इडी यानी प्रवर्तन निदेशालय ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नादौन के क्रशर मालिक ज्ञान चंद और संजय धीमान को गिरफतार कर लिया है। इन दोनों आरोपियों को गाजियाबाद में पीएमएलए की विशेष अदालत में पेश किया गया। इन दोनों को इडी की हिमाचल इकाई ने नहीं इडी मुख्यालय ने गिरफतार किया।
इडी की ओर से दावा किया कि ये दोनों आरोपी हिमाचल की ब्यास नदी और उतरप्रदेश के सहारनपुर में यमुनानगर में अवैध खनन में शामिल पाए गए है।
इन दोनों को बीते रोज इडी ने दिल्ली में पूछताछ के लिए तलब किया था व रात को दोनों को गिरफतार कर लिया। विपक्षी पार्टी भाजपा इन दोनों को एक अरसे से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के करीबियों में गिनती रही है। हालांकि आज सुक्खू ने कहा कि अगर कोई नादौन के व्यक्ति को गिरफतार किया जाता है तो उसे मुख्यमंत्री से जोड़ना ठीक नहीं है। राजनीति के लिए इसलिए उसे मुख्यमंत्री से जोड़ देना क्योकिं वह मुख्यमंत्री के हलके नादौन का है, ये तो राजनीति है।
इन दोनों को इडी ने पीएमएलए गाजियाबाद की विशेष अदालत में पेश किया। इडी ने दावा किया कि ईडी को शिकायतें मिली थी व इसके अलावा खुफिया जानकारी भी मिली थी जिसमें इल्जाम लगाया गया था कि ब्यास नदी के किनारों पर ज्ञानचंद व कई अन्य खनन माफिया अवैध खनन के धंधे में जुटे है और इस अवैध खनन के जरिए सैकड़ों करोड़ों रुपए की रकम हासिल की है।
इडी ने हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा व ऊना के विभिन्न पुलिस थानों में अवैध खनन को लेकर दर्ज एफआइआर के आधार पर जांच शुरू की थी। इन एफआइआर के मुताबिक हिमाचल के ऊना व कांगड़ा जिला में सरकारी जमीन पर अवैध खनन धड़ल्ले से हो रहा है व इसमें टिप्पर,पोकलेन,जेसीबी और ट्रैक्टर बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हो रहे हैं।
ये तमाम वाहन अवैध तौर पर रेत बजरी निकालने और आ्रेवरलोडेड वाहनों में उन्हें क्रशर तक पहुंचाने में शामिल रहे।
इसके अलावा एक नवंबर 2024 को उतरप्रदेश के सहारनपुर के बेहत पुलिस स्टेशन में ज्ञान चंद व अन्यों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता व Prevention of damage to public property act, 1984 and Mines and Minerals (Regulation and Development) Act, 1957 (as amended) के तहत अन्य एफआइआर दर्ज की गई।
विस्तृत जांच करने की लिए उतरप्रदेश पुलिस की ओर से दर्ज एक अन्य एफआइआर को इडी की ओर से इस मामले में जांच के दायरे में लाया गया । जांच के दौरान हिमाच और सहारनपुर में ज्ञानचंद और उसके सहयोगियों समेत कई खनन माफिॅयाओं के 12 ठिकानों में छोपेमारी की गई और तलाशी अभियान चलाया गया। साथ ही कई लोगों के बयान दर्ज किए गए।
जब्त किए गए कागजातों व अन्य सामाग्री से पता चला कि ज्ञानचंद और उसके सहयोगी ब्यास नदी से लेकर यमुना नदी तक अवैध खनन के धंधों में शामिल है।
अवैध खनन से कमाई गई रकम यानी प्रोसीड आफ क्राइम से अचल संपति और खनन में काम आने वाली मशनरी जैसे ट्रक,टिप्पर,जेसीबी और क्रशर आदि खरीदें गए। इडी ने दावा किया है कि जांच जारी हैं।
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