शिमला। प्रदेश पुलिस ने लाखों फर्जी डिग्री घोटाले के सरगना व सोलन स्थित निजी विवि मानव भारती विवि के मालिक व कुलपति राजकुमार राणा की ओर से फर्जी डिग्रियां बेच कर हासिल की काली कमाई से हिमाचल, राजस्थान व बाकी जगहों पर अर्जित की संपति व आय के स्त्रोतों की जांच आयकर विभाग से कराने की मांग की है। राज्य के पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने इस बावत प्रदेश में तैनात मुख्य आयुक्त आयकर से मामला उठाया है।
कुंडू ने मुख्य आयुक्त आयकर से कहा है कि जांच के दौरान पाया गया है कि राजकुमार राणा ने हिमाचल, राजस्थान व और अन्य स्थानों में भारी मात्रा में चल व अचल संपति अर्जित की है। उन्होंने कहा कि जांच के मुताबिक इसके लिए सारा पैसा फर्जी डिग्रियां बेच कर जुटाया गया है।
उन्होंने यह भी खुलासा किया कि राणा की पत्नी अशोनी कंवर और पुत्री आईना राणा व पुत्र आस्ट्रलिया में हैं। राणा की पत्नी व पुत्री मानव भारती चैरिटीबेल ट्रस्ट के सदस्य है व ये विवि भी इसी ट्रस्ट के स्वामित्व में चलाए जा रहे है। राणा इस ट्रसट का अध्यक्ष है। इसके अलावा एक विवि माधव विवि राजस्थान में भी चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि फर्जी डिग्री के अलावा वितीय पहलुओं की जांच करना जरूरी है और तमाम वितीय लेनदेन का मूल्यांकन आयकर विभाग की ओर से किया जाना चाहिए।
याद रहे फर्जी डिग्री मामले में जिला सोलन के धर्मपुर थाने में धारा 420,467,468, और 120 बी के तहत तीन एफआइआर 22/20,26/20 और 27/20 दर्ज की गई थी। इस फर्जी डिग्री घोटाले मामले की जांच एसआइटी की सौंपी गई है और जांच में सामने आया था कि बड़ी संख्या में फर्जी डिग्रियां जारी की गई व बदले में बड़ी –बड़ी रकमें ली गई।
जांच में यह भी सामने आया है कि राणा की पत्नी,पुत्र और पुत्री आस्ट्रेलिया में है।
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