शिमला। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ् नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने विधानसभा चुनावों से पहले विधानसभा चुनावों के लिए आलाकमान की ओर से गठित संचालन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस के जी -23समूह के नेता आनंद शर्मा ने कहा कि उन्हें पार्टी की बैठकों में कोई नहीं बुलाता हैं और उनका लगातार अपमान किया जा रहा हैं। ऐसे में एक आत्म स्वा भिमानी व्य क्ति के पास इस पद को छोडने के अलावा उनके पास कोई दूसरा विकल्पत भी नहीं हैं।
साथ ही उन्होंने दोहराया कि वह जीवन भर कांग्रेसी रहे हैं और वह अपने इस विश्वा स के पक्के हैं। आनंद शर्मा ने कहा कि वह कांग्रेस विचारधारा के प्रति प्रतिबद्ध है और यह विचारधारा उनकी रगों में दौडती हैं। इस बावत किसी को कोई भी संदेह नहीं रखना चाहिए।
आज दोपहर को संचालन समिति की अध्योक्ष पद छोडने की जानकारी आनंद शर्मा ने अपने टिवटर हैंडिल पर दी। उन्हों ने अपना इस्तीफा पार्टी कार्यालय में भी भेजा हैं, इस बावत पार्टी के महासचिव व प्रवक्ता रजनीश किमटा ने कहा कि पार्टी मुख्यालय में कोई इस्तीफा नहीं आया हैं।
आनंद शर्मा प्रदेश से राज्यसभा सांसद रहे हैं ऐसे में उनका चुनावों के लिए गठित संचालन समिति से इस्ती फा देना कांग्रेस के लिए बडा झटका हैं। हाल ही के दिनों में कांग्रेस के दो विधायक नालागढ से लखविंदर राणा और कांगडा से पवन काजल भाजपा का दामन थाम चुके हैं।
आंनद शर्मा संचालन समिति के अध्य क्ष थे व वह एआईसीसी कार्यकारी समिति के सदस्य भी है। ऐसे में कायदे से तो संचालन समिति की बैठक का आदेश तो उन्हें देना चाहिए था। लेकिन पूर्व में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और आनंद शर्मा के बीच शीत युद्ध चला रहता था। अब प्रदेश कांग्रेस पार्टी की अध्यक्षा पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी व सांसद प्रतिभा सिंह है। ऐसे में हो सकता हैं कि आनंद शर्मा और प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख के बीच कोई सेतु न बंध पा रहा हो । लेकिन अगर ऐसा ही चलता रहा तो सता के करीब पहुंच चुकी कांग्रेस की नैया कहीं डूब ही न जाए तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए।
याद रहे प्रदेश कांग्रेस से आनंद शर्मा का वर्चस्व समाप्त करने के लिए उप चुनावों में भाजपा के चारों प्रत्याशशियों की जीत सुनिश्चित कराने वाले पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर को अध्यंक्ष पद से हटवा दिया गया था। राठौर को आनंद शर्मा का बेहद नजदीकी समझा जाता है व कहा जा रहा है उन्हें हटाया भी इन्हींं नजदीकियों की वजह से था।
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