रजनीश शर्मा
हमीरपुर। विधानसभा चुनावों में सुजानपुर सीट से भाजपा के मुख्यमंत्री के चेहरे घोषित प्रेम कुमार धूमल के हार जाने के बाद गमी में चल रहा हमीरपुर उबर गया। मुख्समंत्री जय राम ठाकुर के जन्मदिन पर हमीरपुर में धूमल की ओर से सताए भाजपा के लोगों ने जश्न मनाया। जश्न का सेहरा तीस सालों से सुंदरनगर में भाजपा के लिए काम करते रह अरुण कतना के सिर सजा। कतना दो साल पहले हमीरपुर लौट आए थे और भाजपा के लिए काम कर रहे थे।
बताया जा रहा हैं कि उन्होनें ये जश्न निश्चित तौर पर किसी के इशारे पर ही मनाया होगा। जश्न में नगरपरिषद के पदाधिकारियों ने भी शिरकत की।
धूमल के सताए लोगों की ओर से इस तरह का जश्न मनाया जाना,हमीरपुर में कौतुक का विषय बना हुआ हैं।
जश्न में नगर परिषद की अध्यक्ष सलोचना देवी और कभी धूमल के खासमखास रहे लेकिन पिछल्ले चुनावों में हाशिए में धकेल दिए गए दीप कुमार बजाज भी मौजूद रहे। दीप कुमार बजाज को उस समय एटका लगा था जब नगर परिषद चुनावों में धूमल के इशारे पर शहर की कमांड धमेंद्र शर्मा को दे दी गईअ थी। दीप कुमार बतौर आजाद प्रत्याशी खड़े हुए और धूमल के प्रत्याशी को तो हराया ही था ,साथ में दो अन्य पार्षद भी जीता दिए। चूंकि अध्यक्ष का पद महिला के लिए आरक्षित था तो वह परिषद में उपाध्यक्ष नियुक्त हो गए।
सूत्र बताते है कि जश्न में शामिल होने के लिए नरेंद्र ठाकुर को भी न्यौता दिया गया था। लेकिन वह शामिल नहीं हुए। बताते हैं कि वो किसी कोर्ट केस में अदालत में गए हुए थे। बहरहाल , धूमल के सताए हुओं का यूं उभरना धूमल परिवार की राजनीति के लिए खतरा हैं। जब कहीं से ईशारा हो तो खतरा और बढ़ जाता हैं।
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