शिमला। पांवटा में एपीएमसी मंडी में लगने वाले शैलर भाजपा नेताओं की ओर से विरोध करने और जिला सिरमौर के किसानों की पिछले साढ़े तीन सालों से लगातार हो रही अनदेखी के विरोध में भारतीय किसान संघ की प्रदेश इकाई ने मुख्यमंत्री के प्रस्तावित शिलाई दौरे के दौरान उनका विरोध करने का एलान किया है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनेंद्रर सिंह नॉटी ने आगाह किया है कि संघ के बैनर तले किसान मुख्यमंत्री का घेराव भी कर सकते है।
उन्होंंने कहा कि पांवटा में एपीएमसी मंडी में शैलर लगने का भाजपा के स्थानीय नेता विरोध कर रहे है। उनकी दलील है कि शैलर लगने से रात को उनकी नींद में खलल पड़ेगा। संघ ने कहा कि मंडियों में तो हलचल होती ही रहती है। जब रातों को यहां पर ट्रक सामान उतारते व चढ़ाते है तो भी तो शोर होता ही है।भाजपाइयों का यह कहना कि अगर एपीएमसी ने शैलर लगाया तो वह एपीएमसी की ईंट से ईंट बजा देंगे। अगर ऐसा कुछ किया गया तो भारतीय किसान संघ भाजपा नेताओं का डटकर मुकाबला करेगा।
नॉटी ने कहा कि इसके अलावा शिलाई और पहाड़ी क्षेत्र की प्रमुख फसलों जैसे अदरक, लहसुन, टमाटर और अन्य नगदी फसलों की खेती को बचाने के लिए मुख्यमंत्री ने आज तक एक भी कदम नहीं उठाया है और इनकी एमएसपी घोषित करने या करवाने पर कोई ध्यान नहीं दिया है। जब शिलाई के लिए भूस्खलन के कारण 3 हफ्ते से ज्यादा रास्ते बंद रहे थे उस समय शिलाई के किसानों को वैकल्पिक मार्ग से अपनी फसल बेचने जाना पड़ता था, जिससे किसानों का ट्रांसपोर्ट खर्चा बढ़ गया था ,और किसानों ने भारतीय किसान यूनियन के माध्यम से ट्रांसपोर्ट सब्सिडी की मांग की थी पर मुख्यमंत्री शिलाई को सब्सिडी देने की बजाय लाहौल स्पीति की पंचायत में लागू कर दिया क्योंकि मंडी संसदीय हलके में उपचुनाव है।
उन्होंंने कहा कि कुल मिलाकर जयराम सरकार की नीतियां भी किसान विरोधी ही हैं इसलिए शिलाई दौरे पर आने पर मुख्यमंत्री का भारतीय किसान यूनियन घेराव और विरोध कर सकती है।
अगर मुख्यमंत्री को इस विरोध तथा किसानों के रोष से बचना हो तो उन्हें इस दौरे के दौरान जिला सिरमौर में किसान हितों के लिए कई कदम उठाने होंगे खासतौर से शिलाई के टिंबी में सब्जी मंडी की घोषणा हो व उसके लिए बजट जारी किया जाए। पांवटा साहब के हरिपुर टोहाना में खाली पड़ी जमीन का अधिग्रहण करके उसमें गेहूं व धान खरीद केंद्र स्थापित किए जाएं।जिला सिरमौर की मुख्य फसलों टमाटर लहसुन अदरक के लिए समर्थन मूल्य की घोषणा हो।अन्यथा चुनाव तो भी बहुत दूर हैं इससे पहले ही सरकार का जनता बहिष्कार शुरू हो जाएगा। आज मुख्यमंत्री रामपुर के दौरे पर है।
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