शिमला। भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल ने अपनी नई पारी की शुरूआत पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल से मुलाकात कर बड़े दांव के साथ शुरू कर दी है। वह बीती शाम को समीरपुर में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल से मिले। बिंदल ने दावा किया कि वह धूमल से आशीर्वाद व मार्गदर्शन लेने आए हैं। बिंदल ने आते ही राजनीतिक खेल खेलना शुरू कर दिया। वह आज कागड़ा में शांता कुमार से मिलेंगे।
उन्होंने भाजपा अध्यक्ष बनने के छह दिनों के भीतर की भाजपा के पूर्व अध्यक्षों जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार व प्रेम कुमार धूमल भी शामिल है,के साथ मिलने का कार्यक्रम बनाकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और पार्टी के बाकी नेताओं को हैरत में डाल दिया है।
धूमल व शांता राजीव बिंदल की ताजपोशी के मौके पर शरीक नहीं हुए थे। समझा जा रहा है कि शांता व धूमल बिंदल की ताजपोशी से खुश नहीं थे,इसलिए बिंदल ने धूमल व शांता को आइने में उतारने की मुहिम शुरू की है। चूंकि बिंदल अगर शांता व धूमल से ही मिलते तो इसके अलग मायने निकाले जा सकते थे इसलिए उन्होंने सभी पूर्व अध्यक्षों से मिलने की योजना बनाई।
शांता व धूमल के अलावा बिंदल पूर्व अध्यक्ष सुरेश भारद्वाज और सतपाल सिंह सती से भी मिलेंगे।
याद रहे पिछल्ले दो सालों में सरकार व संगठन ने धूमल को हाशिए पर ही रखा है लेकिन राजनीति व रणनीति के पारखी बिंदल ने सबसे पहले धूमल से मुलाकात करने का फैसला किया। उनकी ये राजनीति व रणनीति उन्हें व उनकी राजनीति को कहां पहुंचाती है ये देखना अभी बाकी है।
भाजपा में सबको मालूम है कि मुख्यमंत्री जयराम, शंताकुमार और संगठन मंत्री पवन राणा धूमल को किसी भी तरह राजनीति में आगे नहीं आने देना चाहते है। लेकिन बिंदल ने परिपाटी बदलने की शुरूआत कर दी है। कल वह शांताकुमार से मिलेंगे व उसके बाद सती व सुरेश भारद्वाज से मिलेंगे।
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