शिमला।जमीन खरीद मामले में पहले दिन खुद को पाक साफ बताने के बाद आज पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमर धूमल के छोटे बेटे अरुण धूमल ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर सीधा हमला बोला।अपने तीन दिन के मिशन के दूसरे दिन अरुण ने वीरभद्र सिंह की ओर से 2008 से लेकर 2011-12 तक भरी गई आयकर रिटर्न को जारी किया व वीरभद्रसिंह को चेतावनी दी कि केंद्र में मोदी की सरकार आएगी जो उन्हें भी जवाब देना होगा।
भूमिहीन प्रेमु से जमीन खरीदने के मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद अरुण धूमल ने कहा कि केंद्र में मोदी की सरकार आएगी तो उन्हें जवाब देना होगा।उन्होंने पत्रकारों से कहा कि 2008-09 में वीरभद्र सिंह ने अपनी रिटर्न में कहा है कि उन्होंने कृषि से 7 लाख 35 हजार रुपए आय हासिल की है।
ये रिटर्न 24 जुलाई 2009 को भरी गई और 2009-10 में असेस्मेंट की गई। रिटर्न में इस इस साल की कुल आय 23 लाख 73 हजार दर्शाई गई।लेकिन ये आय 2 मार्च 2012 को रिवाइज्ड की गई और कृषि से प्राप्त आय 7 लाख 35 हजार से 2 करोड़ 20 लाख हो गई और कुल आय 23 लाख 73 हजार से दो करोड़ 37 लाख हो गई।
इसी तरह 2009-10 में भी हुआ।इस साल 29 जुलाई 2010 को भरी गई रिटर्न में कृषि से प्राप्त आय 15 लाख और कुल आय 59 लाख 67 हजार दर्शाई गई।इसकी असेस्मेंट 2010-2011में की गई। अरुण धूमल ने कहा कि ये आय भी 2 मार्च 2012 को रिवाइज्ड कर दी गई और कृषि से प्राप्त आज जो 15 लाख थी वो 2 करोड़ 80 लाख रुपए हो गई और कुल आय 3 करोड़ 25 लाख हो गई।
ये सिलसिला यही नहीं रुका।2010 -11 में भी इसी तरह किया गया है।इस साल की 11 जुलाई 2011 को भरी गई रिटर्न में कृषि से प्राप्त आय 25 लाख बताई गई और कुल आय 40 लाख 13 हजार दर्शाई गई है।इस आय को भी 2मार्च 2012 को रिवाइज्ड किया गया और कृषि प्राप्त आय जो 25 लाख थी वो 1 करोड़ 55 लाख हो गई जबकि कुल आय 40 लाख 13 हजार से 1 करोड़ 70 लाख हो गई। अरुण धूमल ने कहा कि वीरभद्र सिंह ये बताए की असेस्मेंट कराने के बाद उन्होंने अपनी आय किस कानून व नियम के तहत रिवाइज्ड की।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्टील मंत्री रहते केवल तीन सालों में वीरभद्र सिंह की आय कैसे बढ़ती गई। जबकि 2012 की रिटर्न में कृषि से प्राप्त आय फिर घट कर वही 20 -21 लाख रुपए तक पहुंच गई।
उन्होंने आनंद चौहान नामक शख्स और वीरभद्रसिंह के बीच हुए एमओयू का हवाला भी दिया और कहा कि इस शख्स के खाते से करोड़ों रुपए का लेन देन होता है। ये शख्स वीरभद्र सिंह के परिवार वालों का बीमा करता है।इसके खाते में ये पैसा कहां से आया इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस शख्स से वीरभद्र सिंह का डेढ करोड़ का व प्रतिभा सिंह का अढ़ाई करोड़ का बीमा किया है।
(0)