शिमला। जिला कांगड़ा के ज्वाली के समीप जोल के जंगल में एक बीस साल की युवती की हत्या कर देने के मामले में बेशक पुलिस ने रिश्ते में युवती के मामा को गिरफतार किया हैं लेकिन पांच फरवरी से लापता इस युवती को ढूंढने में पुलिस के नाकाम रहने से प्रदेश की जयराम सरकार सवालों में हैं। इसके अलावा इस संवेदनशील मामले में जयराम सरकार की पुलिस की ओर से युवती के परिजनों के साथ अपनाया गया रवैया साबित करता है कि बेशक प्रदेश में मुख्यमंत्री और डीजीपी के चेहरे बदल गए हैं लेकिन पुलिस का असली चेहरा अभी बरकरार है। बहरहाल, इस युवती के साथ दरिंदगी हुई है या नहीं यह पुलिस खबर लिखे जाने तक नहीं बता रही हैं।रेप या गैंगरेप हुआ ये भी वह नहीं बता पा रही है। पोस्टमार्टम रपट का इंतजार है।
यह दीगर है कि जयराम ठाकुर ने भरोसा दिलाया है कि इस युवती को न्याय मिलेगा। लेकिन पुलिस जांच पर स्थानीय लोगों ने सवाल उठा दिया और युवती की लाश के साथ छतड़ी में एनएच पर जाम लगा दिया। लोगों ने यहां एसपी से सवाल किया कि क्या पिछल्ले चार मामलों की तरह ही इस मामले का भी हश्र होगा।
ये साफ करता है कि जयराम सरकार के करीब डेढ महीनों का शासन पुलिस पर जनता का भरोसा कायम नहीं कर पाया हैं। जयराम सरकार की यह सबसे बड़ी विफलता हैं। जयराम सरकार ने बेशक गुडिया हेल्पलाइन का ढिंढोरा पीटा हो लेकिन पुलिस के नजरिए में बदलाव के लिए कुछ नहीं किया। विशेषज्ञ कहते भी है कि हेल्पलाइन से कुछ होने वाला नहीं हैं। पुलिस का चेहरा व तौर तरीका बदलने पड़ेगा। जयराम सरकार अभी धूमल व बाकियों के भ्रष्टाचार के मामले में वापस लेने में मग्न हैं।
यह है मामला
बीते रोज इस बीस साल की युवती की लाश अर्धन्ग्नावस्था में ज्वाली पुलिस के तहत जोल के जंगलों में मिली थी। पुलिस ने युवती के चाची के 37 साल के भाई को आज सुबह गिरफतार किया। बीस की यह युवती निजी संस्थान से नर्सिंग का कोर्स कर रही थी।
उधर, इस मामले में कई लोगों के शामिल होने के अंदेशे और कोटली पुलिस की ओर से युवती के परिजनों से दुर्व्यवहार करने से खफा आज स्थानीय लोगों ने लाश के साथ छतड़ी में चक्का जाम किया और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। स्थानीय लोगों ने लाश को राष्ट्रीय राजमार्ग पर रख दिया और सारा यातायात बंद कर दिया । स्थानीय लोगों के मुताबिक यह कोटखाई में पिछल्ले साल हुए गुडिया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या जैसा की मामला है।
पुलिस ने इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफतार कर लिया है।आरोपी को इस युवती की चाची का भाई बताया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक 37 साल के तीन बच्चों के पिता ने हत्या करने का जुर्म कबूल कर लिया हैं।
पुलिस इस मामले में दुष्कर्म के अंदेशे से इंकार नहीं कर रही है। पुलिस का कहना है कि युवती के शरीर के निचले हिस्से पर कपड़े नहीं थे। इससे अंदेशा है कि इसके साथ दुष्कर्म भी हुआ हो। बहरहाल, पोस्टमार्टम की विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है । डीएसपी ज्वाली बीर बहादुर सिंह ने कहा कि युवती का कत्ल पांच फरवरी को ही हो गया था। जिसे पकड़ा गया है वह मिस्त्री का काम करता है। इन दोनों के बीच किसी तरह के प्रेम संबधों से उन्होंने इंकर किया व कहा कि अभी तक की जांच में ऐसा कुछ नहीं आया है। चूंकि दोनों रिश्तेदार थे तो आपसी बातचीत तो होती ही थी।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने दोनों के मोबाइल कब्जे में लेकर फारेसिंक जांच के लिए भेज दिए है। काल डिटेल का विवरण लेकर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
उधर, चक्का जाम कर रहे लोगों का इल्जाम है कि इस हत्याकांड में एक ही व्यक्ति नहीं कई लोग शामिल है। ऐसे में सभी दोषियों का तुरंत पकड़ा जाए। इसके अलावा आंदोलन पर उतरे लोगों ने कोटला पुलिस पर युवती के परिजनों के साथ दुर्व्यवहार करने का इलजाम लगाया है।
चक्का जाम करने की जानकारी मिलने पर एसपी कांगड़ा संतोष पटियाल पूरा अमला लेकर खुद मौके पर पहुंचे और लोगों को भरोसा दिया कि किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। इसके बाद लोगों ने चक्का जाम उठाया। लोगों में इस हत्याकांड के बाद भारी रोष है। लोगों ने मौके पर कहा कि कांगड़ा में इससे पहले ऐसे ही चार मामले हो चुके है,क्या इस मामले का हश्र भी ऐसा ही होगा। एसपी ने लोगों से कहा कि अगर किसी के पास कोई सबूत और जानकारी है तो वह उन्हें मुहैया कराए। लोगों ने कहा कि हत्याकांड में एक ही व्यक्ति शामिल नहीं हो सकता। इस पर एसपी ने कहा कि जितने भी होंगे सबको पकड़ा जाएगा।उन्होंने युवती के परिजनों के साथ दुवर्यवहार करने वाले कोटला पुलिस के कर्मियों के खिलाफ मौके पर जांच करने के आदेश दे दिए ।
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