वामपंथियों का एलान HP में BJP हराने का काम करेंगे, नहीं उतारेंगे प्रत्याशी
शिमला। प्रदेश की वामपंथी पार्टी माकपा ने प्रदेश में तीन विधानसभा हलकों और एक संसदीय हलके के हो रहे उपचुनावों में भाजपा प्रत्याशियों को हराने का फैसला लिया है। इन उपचुनावों में वामपंथी पार्टी माकपा पार्टी की ओर से अपना कोई भी प्रत्याशी नहीं उतारेगी। माकपा के प्रदेश सचिव ओंकार शाद ने कहा कि यह फैसला पार्टी के सम्मेलन में ही हो गया था व मंगलवार को इस मसले पर दोबारा से बैठक हो रही है। इस बैठक में पूरी रणनीति तय की जाएगी।
लेकिन माकपा इन उप चुनावों में प्रत्याशी नहीं उतारेगी और भाजपा को हराने के लिए काम करेगी इस बावत फैसला हो चुका है। यह पूछे जाने पर कि क्या माकपा कांग्रेस से गठबंधन करेगी। शाद ने कहा कि वह ऐसा क्यों करेगी वह अलग पार्टी है । कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा। लेकिन वह भााजपा प्रत्याशियों को हराने के लिए जो कुछ भी कर सकती है वह सब करेगी।
प्रदेश में वामपंथी पार्टी का बहुत ज्यादा जनाधार नहीं है।लेकिन मंडी संसदीय हलके में जोगेंद्रनगर समेत कुछ हलकों में माकपा का अच्छा वोटबैंक है। इसके अलावा किन्नौर में वामपंथियों का कुछ वोटबैंक है। बाकी हल्कों में भी छुटपुट वोटबैंक तो है ही । ऐसे में अगर भाजपा व कांग्रेस प्रत्याशियों में कांटे का मुकाबला हुआ तो यह मत मायने रखेंगे।ऐसे में वामपंथियों के इस फैसले का कांग्रेस को मंडी संसदीय हलके व जुब्बल कोटखाई विधानसभा हलके में निश्चित तौर पर कुछ न कुछ लाभ जरूर मिलेगा। जुब्बल कोटखाई में भी वामपंथियों के कुछ मत हैं। ठियोग हलके से तो माकपा विधायक राकेश सिंघा ही 2017 के विधानसभा चुनावों में जीत गए थे।
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