भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी) ने कहा है कि मोदी सरकार के नोटबंदी के तुगलगी फरमान से देश की अर्थव्यवस्था पर करारा हमला हुआ है। हालियां सालों में देश की अर्थव्यवस्था इस तरह भारी मंदी की शिकार नहीं हुई है जैसे कि अब हुई है व यह क्रम जारी है। सबसे बुरा प्रभाव तो आने वाले वक्त में देखने को मिलेगा जब उद्योगों में मंदी से संकट बढ़ने के साथा मजदूरों की छंटनी शुरू होगी व उनके दुख बढ़ेंगे। निर्माण कंपनियां व अन्य प्रतिष्ठानों में कार्यरत मजदूरों को 10 दिसम्बर 2016 के बाद दिक्कतों को और झेलना पड़ेगा जब मालिक उन्हें पिछले महीने का वेतन देने में असमर्थ हांेगे। हिमाचल प्रदेश में बद्दी, बरोटीवाला, नालागढ़, परमाणु, सोलन,मैहतपुर, काला अंब, पौंटा सहिब व डमटाल जैसे औद्योगिक क्षेत्रों में मोदी सरकार के फैसले से उद्योग या तो तालाबन्दी के कगार पर पहुंच गए हैं अथवा उन्होंने श्रम शक्ति में भारी कटौति कर दी है।
पार्टी की केन्द्रीय कमेटी के आहवान पर पार्टी की शिमला लोकल कमेटी ने नोटबंदी के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन किया। ए. जी. चैक से सैंकड़ों पार्टी कार्यकर्ता रैली के रूप में विक्ट्री टनल पहुंचे जहां भारी भीड़ के कारण चक्का जाम हो गया। इसके बाद रैली रामबाजार, लोअर बाजार, माल रोड़ होते हुए डी. सी. आॅफिस पहुंची जहा यह जनसभा में तब्दील हो गई जिसे लोकल कमेटी सचिव विजेन्द्र मेहरा, कपिल भारद्वाज व राज्य सचिवमण्डल सदस्य काॅ. राकेश सिंघा ने सम्बोधित किया। प्रदर्शन में डा. ओंकार शाद, बलबीर पराशर, बाबू राम, विनोद बिरसांटा, पवन, केवल, रिशू, पूर्ण चंद, जगदीश चंद, सोनिया, हिमी देवी, रीता, राजू, कपिल नेगी, अत्तर सिंह आदि मौजूद रहे।
काॅ. राकेश सिंघा ने कहा है कि होटलों व रेस्टोरेंटों में नए ग्राहक न के बराबर हैं। दुकानों में सूनापन है। होटलों में शिमला, मनाली, कुल्लू, मंडी, धर्मशाला, पालमपुर, डलहौजी व चंबा में 70 प्रतिशत ग्राहक संख्या गिरी है।
डा. ओंकार शाद ने कहा है कि शिमला, कुल्लू, किन्नौर, चम्बा व मंडी जिलों से खबरें हैं कि बागवानों द्वारा बेचे गए सेब का भुगतान कमिशन एजेंटों ने बंद कर दिया है। कांगड़ा के इंदौरा में किसानों द्वारा पैदा किए गए संतरा व अन्य फलों का व्यापार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। लोकल कमेटी सचिव विजेन्द्र मेहरा ने कहा है कि प्रदेश में मुद्रा की भारी कमी हो गई है। लोग घंटों व दिनों तक बैंकों व ए. टी. एमो. में लाईनों में खड़े हैं परन्तु भाजपा कार्यकर्ता आंखें बन्द करके मोदी का गुणगान कर रहे हैं व संवेदनहीन हो चुके हैं।
पार्टी ने वर्तमान वित्तीय संकट पर जबावदेही की मांग की है व रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया के गवर्नर से इस्तीफा मांगा है क्योंकि वह इस संकट पर मौन हैं व कोई भी संतोषजनक जबाव नहीं दे पाए हैं।
हिमाचल प्रदेश को हुए आर्थिक घाटे को पूरा करने के लिए केन्द्र सरकार को निश्चित तौर पर मुआवजा देना चाहिए व आर्थिक घाटे की अर्थशास्त्रियों से फीड बैक लेनी चाहिए।
पार्टी ने कहा है कि वह काले धन, काले धंधे व काली राजनीति के खिलाफ है परन्तु मोदी सरकार में इसके खिलाफ लड़ने के लिए राजनैतिक इच्छाशक्ति नहीं है।
मोदी सरकार ने सांकेतिक कार्रवाई करते हुए रुपए की मुद्रा में मौजूद 3 प्रतिशत काले धन को चिन्हित करने के लिए देश की सारी जनता को दुःख दर्द में धकेल दिया है। यह सरकार जनता में भ्रम पैदा कर रही है कि रिजर्व बैंक द्वारा की गई नोटबंदी से सारा काला धन बाहर आ जाएगा जबकि हकीकत यह है कि नोटों में यह राशि केवल 3 प्रतिशत है तथा 97 प्रतिशत काला धन सोने, रियल इस्टेट, बेनामी सौदों, बेनामी संपति तथा सर्विस व अन्य विदेशी बैंकों में है जिस पर मोदी सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। इससे साफ है कि सरकार बड़ी मछलियों पर कार्रवाई करने की इच्छुक नहीं है।
(डाॅ. ओंकार शाद)
सेवा मे
महामहिम राष्ट्रपति महोदयए
नई दिल्ली।
द्वारा
महामहिम राज्यपाल महोदयए
हिमाचल प्रदेश।
विषयः. केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा 500 एंव 1000 रूपये की नोटबंदी से आम नागरिक को हो रही असुविधा के विरोध ;आक्रोश दिवसद्ध पर ज्ञापन।
महोदयए
हिमाचल प्रदेश के माननीय राज्यपाल कार्यालय के माध्यम से हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटीए भाजपा सरकार ;एनडीएद्ध द्वारा जल्दबाजी में बिना तैयारी के 500.1000 रूपये के नोटबन्दी के फैसले से देश के आम लोगों को जो समस्या हो रही है और परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी सन्दर्भ में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस पार्टी द्वारा केन्द्र सरकार के खिलाफ 24 नवम्बर 2016 को पूरे प्रदेश में जिला स्तर पर आम नागरिक.असुविधा विरोध दिवस के रूप में प्रर्दशन किया गया था।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस पार्टी का मानना है कि इस फैसले से देश का कोई भी ऐसा वर्ग नही है जिसे नुकसान न पंहुचा हो या परेशानी न हुई हो जैसे छोटे व्यापारीए मजदूरए दिहाड़ीदारए किसानए बागवान व आम जनता इससे प्रभावित हुई है। इससे देश की अर्थव्वयस्था प्रभावित हुई है और व्यपार ठप पडा है और आम जन अपना काम छोड बैंकों के बाहर कतार में खडा है और पूरे देश में आर्थिक आपातकाल की स्थिती बनी हुई है। उन्होंनें कहा कि सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए रोज प्रेस के माध्यम से नोटबन्दी के निर्णय में अपने फैसले बदल रही हैए जिससे लोगों में एक भ्रामक स्थिति बनी रहती है और जो नये फैसले सरकार ले रही है हकीकत में उसका फायदा आम जनता को नही़ मिल रहा है। सरकार अपने इस फैसले को सही तरीके से लागू करने में विफल रही है और आने वाले समय में नोटबन्दी के इस फैसले से देश की अर्थव्यवस्था को बहुत बडा झटका लेगेगा। कांग्रेस पार्टी भाजपा सरकार द्वारा बिना सोचे.समझें 500.1000 रूपये के नोटबन्दी के फैसले के के विरूद्ध ज्ञापन सौंप रही है।
गत 8 नवम्बर 2016 को प्रधानमंत्री द्वारा देश में नोटबन्दी का फैसला जल्दवाजी और बिना तैयारी के लिया गया हैए इस फैसले से देश के करोड़ों लोगों को परेशानी हुई है और ऐसी कोई भी व्यवसाय नही है जिसे इस फैसले से फर्क न पडा हो। उन्होंनें कहा कि नरेन्द्र मोदी द्वारा नोटबन्दी का फैसला लेने से पहले कोई भी तैयारी नही की गई और न ही इस वावत जनता से कोई सुझााव लिये गये। सरकार को चाहिए था कि इस तरह का फैसला लेने से पहले पर्याप्त मात्रा में नोटो की छपाई करेंए बैंकों को तैयार करें व नये नोटो को बैंको तक पंहुचाने या एटीएम को दुरूस्त करने जैसा कुछ भी नही किया गया बल्कि सीधा 500 और 1000 रूपये की नोटबन्दी का फैसला देश पर थोपा गया।
मोदी सरकार द्वारा कालेधन पर रोक लगाने के लिए नोटबन्दी के इस फैसले से 5 प्रतिशत लोगों को निशाना बनाने के लिए बाकी 95 प्रतिशत आम जनता को परेशानी में डाल दिया है। आज बैंकों से अपना ही पैसा मात्र 2000 रूपये निकालने के लिए प्रधानमंत्री ने आम जनता को बैंकों के बाहर कतार में लगने को मजबूर किया गयाए इसके बावजूद भी लोगों को 15.15 घण्टे लाईनों में लग कर बैंकों में जमा अपना ही पैसा नही मिल पा रहा है और इस फैसले से अब तक पूरे देश में तकरीबन 60 से अधिक लोग अपनी जान गवां चुकें हैं। आज 20 दिन बीत जाने के बाद भी स्थिति में कोई सुधार नही आया है और आज भी अपना पैसा निकालने के लिए लोगों की लम्बी.लम्बी कतारों में खड़ा होना पड़़ रहां़ हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जगह.जगह अपने भाषणों में बोलने के बजाये संसद में इसका जवाब देना चाहिए और इस फैसले से देश की आम जनता को जो परेशानी हो रही है उसकी जिम्मेवारी लेते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व वित मंत्री अरूण जेतली को देश से माफी मांगनी चाहिए।
आदर सहित।
भवदीयए
;वीरभद्र सिंहद्ध ;ठाकुर सुखविन्दर सिंह श्सुक्खूश्द्ध
मुुख्यमंत्रीए हि0 प्र0। अध्यक्षए प्रदेश कांग्रेस कमेटी
विद्या स्टोक्स गंगू राम मुसाफिर
ंिसचाई मन्त्रीए हि0 प्र0 उपाध्यक्ष हि0 प्र0 कांग्रेेस कमेटी
कौल सिंह ठाकुर हरभजन सिंह भज्जी
स्वास्थय मन्त्रीए हि0 प्र0 महासचिव हि0 प्र0 कांग्रेस कमेटी
जी0 एस0 बाली ठाकुर राम लाल
परिवहन मन्त्रीए हि0 प्र0 महासचिवए हि0 प्र0 कांग्रेस कमेटी
ठाकुर सिंह भरमौरी सुरेन्द्र चैहान
वन मंत्रीए हि0 प्र0 कोषाध्यक्षए हि0 प्र0 कांग्रेस कमेटी
मुकेश अग्निहोत्री नरेश चैहान
उद्योग मंत्री चेयरमैनए मीडिया विभागए हि0 प्र0
कांग्रेस कमेटी
डा0 धनी राम शाॅंडिल महेद्र चैहान समाजिक न्याय एंव कार्यकारिणी सदस्य हि0 प्र0
अधिकारितामंत्रीए हि0 प्र0 कांग्रेस कमेटी
रोहित ठाकुर केहर सिंह खाची
मुख्य संसदीय सचिव अध्यक्षए जिला कांग्रेस कमेटी
अनिरूद्व सिंह प्रदीप सिंह
विधायक अध्यक्षए जिला कांग्रेस कमेटी
अनुराग शर्मा
मुख्य संगठकए कांग्रेस सेवादल
सुशीला नेगी
अध्यक्षए प्रदेश महिला कांग्रेस
व्रिकमाद्वित्य सिंह
अध्यक्षए प्रदेश युवा कांग्रेस
जेे0 एन0 वरोवालिया
संयोजकए बुद्विजिवी विभागए प्रदेश कांग्रेस कमेटी
आई0 एन0 मैहता
चेयरमैनए विधि विभागए प्रदेश कांग्रेस कमेटी
केवल सिंह पठानिया
उपाध्यक्षए वन निगमए हि0 प्र0।
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