शिला।गुडिया गैंगरेप और मर्डर मामले में गिरफ्तार आरोपी सूरज सिंह की पुलिस लॉकअप में कत्ल के मामले में एसआईटी के मुखिया जहूर हेदर जैदी और बाकी आरोपियों के वायस सैंपल लेने में पेंच फंस गया हैं। सीबीआईने इन सभी के वायस सैंपल लेने के लिए सीजेएम रंजित सिंह ठाकुर की अदालत में अर्जी दाखिल की थी। जिस पर आज सुनवाई हुई ।लेकिन आरोपियों की ओर से अदालत में वकील ही पेश नहीं हुए। इस पर अदालत ने मामले की सुनवाई 20 नवंबर को टाल दी।अदालत में आज इस अर्जी पर विचार होना था।
सीबीआई ने आज सुबह11 बजे के करीब आईजी जैदी समेत आठों पुलिस वालों को सीजेएम रंजित सिंह की अदालत में पेश किया। इससे पहले इन आरोपियों की पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए होती थी। आरोपियों ने अदालत में अर्जी दी कि उनके वकीलों ने जिला बार एसोसिएशन से उनके मामले की पैरवी करने की इजाजत मांगी हैं।उन्हेंइजाजत नहीं मिली हैं,इसलिए मामले की सुनवाई टाल दी जाए।।
सीजेएम रंजित सिंह ठाकुर ने उनकी अर्जी पर मामले की सुनवाई 20 नंवबर तक टाल दी हैं।
गौरतलब हो कि गुडिया गैंगरेप व मर्डर केस में जिला बार एसोसिएशन ने प्रस्ताव पारित किया था कि इस मामले की पैरवी जिला बार एसोसिएशन का कोई भी वकील नहीं करेगा। वीरभद्र सरकार की ओर आइजी जैदी की कमान में गठित एसआईटी के आठ सदस्यों को जब सीबीआई ने गिरफ्तार किया तो वरिष्ठ वकील अजय कोछड़ समेत तीन चार वकील आरोपी पुलिस वालों की ओर से अदालत में पैरवी करने को हाजिर हो गए। इस इन वकीलों की बार एसोसिएशन की सदस्यता रदद कर दी।
ये वकील इस मामले को लेकर हाईकोर्ट चले गए। हाईकोर्ट ने वकीलों की एक कमेटी बनाकर जिला बार भेजी। लेकिन शुरू में कोई सहमति नहीं बनी। आखिर में ये तय हुआ कि वो जिला एसोसिएशन को मामले की पैरवी करने की मंजूरी लेने के लिए अर्जी भेजेंगे। इन वकीलों ने दो तीन दिन पहले ये अर्जी जिला बार एसोसिएशन को भेजी हैं।जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रेम सिंह नेगी ने कहा कि कार्यालय में इस तरह की अर्जी आई हैं,लेकिन उन तक नहीं पहुंची व एसोसिएशन 20 नवंबर से पहले उनकी अर्जी पर फैसला ले लेंगी।
बार एसोसिएशन में आरोपियों की अर्जी लंबित होनेकी वजह से वो पैरवी करने अदालत में पेश नहीं हुए। ऐसे में अदालत ने सुनवाई आगे को टाल दी।
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