शिमला। जिला के रोहड़ू के जांगलिक से किन्नौर जिले के बरुआ कंडा होते सांगला आ रहे 13 पर्वतारोहियों में से बरुआ गांव के पास तीन के शव मिले है। जिला किन्नौर प्रशासन ने तीनों शवों को लाने के लिए आइटीबीपी की राहत व बचाव टीम को मौके के लिए रवाना कर दिया है जबकि दस लोगों को सुरक्षित कड़छम पहुंचा दिया गया है। इन तीनों पर्वतारोहियों की अचानक मौसम खराब होने व बर्फ में फंस जाने के कारण बरुआ के पास रास्ते में मौत हो गई थी। यह पर्वतारोहियों का दल मुबंई व गोवा से रोहड़ू के जांगलिक से होते हुए सांगला की ओर जा रहा था।
उपायुक्त किन्नौर अपूर्व देवगन ने कहा कि 13 शिमला जिले के रोहडू के जांगलिक से किन्नौर जिले बरुआ के कंडे होते सांगला आ रहे थे।खराब मौसम परिस्थितियों व बर्फबारी के कारण इनमें से 3 पर्यटकों की रास्ते मे मृत्यु हो गई है । जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन किन्नौर की ओर से राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है।जिला प्रशासन की ओर से दल के 10 लोगों को सुरक्षित निकालने के लिये पुलिस दल को बरुआ कंडा भेजा गया है और आज शाम तक सभी 10 पर्यटकों को सुरक्षित निकाल कर कड़छम लाया जा रहा हैं। तीन शवो को लाने के लिये आई टी बी पी के जवानों का एक दल मौके पर भेजा गया है।
उन्होंने कहा कि ये सभी पर्वतारोही मुंबई व गोवा से सम्बंधित है।इनमें एक महिला भी शामिल हैं। देवगन ने जिले में आने वाले सभी सैलानियों व अन्य लोगों से आग्रह किया है कि खराब मौसम व बर्फबारी के चलते जिले के ऊंचे स्थानों, चोटियों व कंड़ों पर न जाए। ताकि किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके। उन्होंने जिला वासियो से भी आग्रह किया है कि यदि अति आवश्यक हो तभी घर से बाहर निकले तथा इस दौरान साबधानी बरते ।कियूंकि बारिश के कारण पत्थरों के गिरने का खतरा बना रहता है।
दो पर्वतारोही अभी भी लापता
उधर, उत्तरकाशी के हर्षिल से छितकुल की ट्रैकिंग पर निकले 11 पर्वतारोहीयों में से लापता दो पर्वताराहियों का अभी भ्राी कुछ पतानहीं चला है। आइटीबीपी और पुलिस दल का खोज दस्ता उनकी तलाया में लगा है। जबकि इन 4 पर्वतारोहियों में से 2 पर्वतारोहियों के शवो को आई टी बी पी व पुलिस दल की ओर से बीते रोज सांगला लाया गया था जहां सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सांगला में दोनों शवों का पोस्टमार्टम किया गया। उपायुक्त देवगन ने कहा कि इन दोनों की पहचान कर ली गई है जिनमे मे एक उतरकाशी व दूसरा पश्चिम बंगाल से सम्बंधित था। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन किन्नौर की ओर से आज एक शव वाहन के जरिए उतरकाशी को भेज दिया गया है।जहाँ उसे जिला प्रशासन उतरकाशी को सौंपा जाएगा ।जब कि दूसरा शव वाहन के जरिए शिमला भेजा गया है जिसे शिमला में मृतक के परिजनों को सौंपा जायेगा।अपूर्व देवगन ने बताया कि अभी भी लापता 2सैलानियों की तलाश आई टी बी पी के जवानों की ओर से की जा रही है।
याद रहे कि बीते दिनों उतरकाशी से छितकुल के लिये 11 पर्वतारोही ट्रेकिंग पर निकले थे जो बर्फबारी के कारण लमखंगा दर्रे में फंस गये थे जिसकी जानकारी मिलने पर जिला प्रशासन की ओर से द्वारा सेना के हेलीकॉप्टर व आई टी बी पी के जवानों की सहायता से राहत व बचाव कार्य आरम्भ किया था। सेना व आई टी बी पी के जवानों ने 21 अक्टूबर को दो पर्यटकों को सुरक्षित ढूंढ निकाला था इसी दौरान उन्हें अलग अलग स्थानों पर 5 ट्रेकरों के शव ढूंढ निकलने में सफलता मिली थी। जबकि 4 पर्यटक लापता थे। जिनमे राहत व बचाव दल को 22 अक्तुबर को 2 शव ढूढ़ निकालने में सफलता मिली थी ।अभी भी दो पर्यटक लापता हैं जिनकी राहत व बचाव दल द्वारा तलाश जारी है।
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