शिमला। सोनिया गांधी की बेहद करीबी व वीरभद्र सिंह सरकार में वरिष्ठ मंत्री मंत्री विद्या स्टोक्स का ठियोग विधानसभा हलके से नामांकन रदद होने के मामले ने कांग्रेस आलाकमान व पार्टी को कटघरे में खड़ा कर दिया हैं। छंटनी के रोज आज रिटर्निंग अफसर टी एस नेगी ने उनके नामांकन को रदद कर दिया। इससे पहले सुबह इस मसले को तीन बजे तक स्थगित कर दिया गया । उसके बाद पांच बजे तक फैसले के लिए समय दिया गया।पांच बजे फैसला आ गया व उनका नामांकन रदद कर दिया गया।अब ठियोग से कांग्रेस के प्रत्याशी राहुल गांधी के करीबी व बिलकुल नया चेहरा दीपक राठौर होंगे।
वीरभद्र सिंह के ठियोग के बजाय अर्की से नामांकन भरने के बाद कांग्रेस आलाकमान से दीपक राठौर ही अपने लिए टिकट लाए थे। उन्होंने अपना नामाकंन भी भर दिया। लेकिन विद्या स्टोकस ने पर्चा भरने के आखिरी दिन बीते रोज लंच के बाद आनन फानन में नामाकंन भरा । ऐसे में गलती रह गई । उनके पास कांग्रेस आलाकमान से अधिकार पत्र भी नहीं था। ये अधिकर पत्र प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सुक्खू ने दिया था। रिटर्निंग अफसर ने इसे खामी पाया और उनके नामांकन को रदद कर दिया।
89 साल की विद्या स्टोक्स ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के लिए ठियोग सीट छोड़ दी थी । लेकिन वीरभद्र सिंह ने ऐन मौके पर पैंतरा बदला दिया और वो ठियोग से सरक कर अर्की चले गए।
ऐसे में कांग्रेस में टिकट के लिए घमासान हो गया व दीपक राठौर न आला कमान से जुगाड़ अपने लिए टिकट हथिया लिया। जबकि वीरभद्र सिंह व विद्या स्टोकस ने विजय पाल खाची को टिकट देने की वकालत की थी। उनका टिकट नहीं बदला गया लेकिन आलाकमान ने कहा कि अगर स्टोक्स लड़ना चाहती हैं तो उन्हें टिक्ट दिया जाता हैं। लेकिन आलाकमान से जरूरी कागजात शाम छह बजे तक समय पर नहीं पहुंचे व उनका नामांकन रदद हो गया। विद्या स्टोक्स आठ बार विधायक रह चुकी हैं।
इस पर विद्या ने विद्रोह कर दिया व अपने लिए टिकट झटक लिया लेकिन आज छंटनी के दिन तक आलाकमान से जरूरी दस्तावेज नहीं पहुंचे। इसके अलावा नामाकंन फार्म भी सही नहीं भरा गया था। अब बड़ा सवाल ये है कि आलाकमान से अधिकार पत्र समय पर क्यों नहीं पहुंच पाया ।क्या कोई साजिश हुई हैं या आलाकमान ने स्टोक्स से दगाबाजी कर दी।
यहां ये गौरतलब है कि विदया स्टोक्स व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बीच सालों से छतीस का आंकड़ा रहा हैं।
अब ठियोग विधानसभा हलके में भाजपा प्रत्याशी राकेश वर्मा व वामपंथी माकपा प्रत्याशी राकेश के बीच मुकाबला हैं। कांग्रेस को यहां से हारा हुआ माना जा रहा हैं।
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