शिमला। राजधानी पुलिस ने पंजाब पुलिस के साथ मिलकर एक जुलाई 2007को कल्याणी हेलीपैड के समीप शराब के नशे में गाडी के नीचे कुचल कर फरार हुए एक भगौडे अपराधी को पंजाब के मोगा से 14 साल बाद गिर फतार किया है। इस मामले में ढली थाने में एक जुलाई 2007 को धारा 302,201,323,34 के अलावा मोटर वाहन अधिनियम की धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
पुलिस के मुताबिक एक जुलाई 2007 को राजधानी के शनान का वीरेंद्र नेगी , विकास वर्मा व अन्य दोस्त पार्टी करने कल्याणी हेलीपैड गए थे। यह इन सबने हेलीपैड के एक कोने में बैठकर शराब पी व डैक लगाकर गाने सुनने लगे।। दूसरे कोने में अन्य गाडियां भी लगी थी। यहां भी कुछ लोग नाच गा रहे थे। जब ये लोग डेढ बोतल शराब पी चुके थे तो दूसरी ओर खडी गाडी में से एक युवक पानी मांगने आया। उसने विकास वर्मा से पानी मांगा। वीरेंद्र नेगी ने अपनी शिकायत में कहा कि विकास ने उसे पानी दिया या नहीं ये उसे पता नहीं लेकिन वह उसी युवक के साथ यह कह कर चला गया कि उसने पंजाबी गानों पर नाचना है।
इस बीच जब 11 बजे के आपपास जब वह वहां से गुजरा तो देखा कि विकास वर्मा को जमीन पर गिराया गया व आठ दस लोग उसे पीट रहे है। जब वह उसे छुडाने गया तो किसी ने उसके घुटने के पास कोई चीज मारी व उसकी आंखें के सामने अंधेरा छा गया और वह बेहोश हो गया।
नगी ने अपनी शिकायत में कहा था कि कुछ देर बाद उसे उसके दोस्त अमित,हरीश, नितिन और विनीत ने हिलाया और बताया कि विकास वर्मा पर पंजाब नंबर की गाडी चढा दी गई है और गाडी चढाने के बाद वो लोग मौके से फरार हो गए है।
उसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की लेकिन आरोपी पकड से बाहर रहा । आखिर में पुलिस ने बीते रोज उसे पंजाब के मोगा से दबोच लिया है। पुलिस के मुताबिक इसे अदालत में पेश किया जाएगा।
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