शिमला। प्रदेश के राज्यि फारेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला को अब आवाज और वीडियों विशलेषण की सुविधा मिलने जा रही है। इस मशीन के पूरी तरह से काम शुरू करने के बाद अब अपराधियों की आवाज व वीडियों की रपट एक सप्ताूह के भीतर आ जाएगी जबकि पहले इन रपटोंके लिए कई बार दो से तीन साल का इंतजार करना पड़ता था। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कल दस नंवबर को राज्य फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला जुन्गा में इस आवाज और वीडियो विशलेषण मशीन का उदघाटन करने जा रहे है।
राज्यष फारेंसिक निदेशक अरुण शर्मा ने कहा कि राज्य फारेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला जुन्गा में करीब 15 से 20 अापराधिक मामले हर महीने विशलेषण के लिए पहुंचते हैं। इससे पहले आवाज और वीडियो विशलेषण सम्बन्धित अापराधिक मामलें जांच के लिए सीएफएसएल चंडीगढ़,अहमदाबाद और हैदराबाद भेजे जाते थे और संदिग्ध व्यक्ति को साथ लाने ले जाने में असुविधा होती थी व खर्चा भी होता था लेकिन अब ये सुविधा प्रदेश में ही मुहैया हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि अब तक आवाज व वीडियो के विशलेषण की रिपोर्ट के लिए दो से तीन साल का इंतजार करना पड़ता था क्योंकि बाहरी राज्यो में इन प्रयोगशालाओं में देश भर से पहले ही सैंकड़ों की तादाद में मामले लंबित होते है। प्रदेश में ये सुविधा मुहैया हो जाने से अब ये रिपोर्ट एक सप्ताह में मिल जाएगी ।अगर वीडियो ज्याेदा है तो ज्यादा समय लग सकता है।
सहायक निदेशक सुरेंद्र कुमार पाल ने कहा कि यह मशीन एक करोड़ रुपए की लागत से लगाई गई है। ट्रायल के तौर पर पूर्व मुख्यग सचिव पी मित्रा के आवाज के नमूनों का विशलेषण इसी मशीन से किया गया था। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग में पीपीइ किट घोटाले में पकड़े गए पूर्व निदेशक स्वास्थ्य डाक्टर अजय गुपता की आवाज के नमूनों का विशलेषण भी इसी मशीन पर हो चुका है। उन्होंने कहा कि कल से यह शाखा पूरी तरह से काम करना शुरू कर देगी।
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