शिमला। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में हिमाचल का नाम चमकाने वाली प्रदेश की पहली महिला क्रिकेटर सुषमा वर्मा को बतौर ईनाम प्रदेश सरकार ने केवल पांच लाख रुपए देकर नवाजा हैं।हालांकि ये राशि बाकी राज्यों के मुकाबले नाकाफी है,फिर भी सरकार की ओर से ईनाम के तौर पर कुछ देना स्वागतयोग्य हैं।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम में विकेट कीपर व बल्लेबाज सुषमा वर्मा इंग्लैंड में आयोजित आईसीसी महिला वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचने वाली टीम शामिल थी।
बेशक भारतीय महिला टीम फाइनल में हार गईं थी लेकिन पुरूषों के वर्चस्व वाले क्रिकेट खेल में फाइनल तक पहुंचना भी बड़ी उपलब्धि थी।
प्रदेश सरकार ने पांच लाख रुपए ईनाम के अलावा इस महिला क्रिकेटर को हिमाचल पुलिस में डीएसपी का पद भी ऑफर किया हैं।सुषमा वर्मा ने अपने परिजनों संग मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मुलाकात की ।मुख्यमंत्री ने उनकी उपलब्धियों को सराहा व कहा कि इससे बाकी महिला खिलाडि़यों को भी प्रेरणामिलेगी।
सुषमा वर्मा जिला शिमला कि सुन्नी की हिमरी पंचायत के गढेरी गांव की रहने वाली हैं। 17 साल की उम्र में क्रिकेट की दुनिया में कदम रखने वाली सुषमा वर्मा पिछले दो सालों से प्रदेश से बाहर हैं। अप्रैल 2009 में सुषमा वर्मा ने एचपीसीए की धर्मशाला स्थित अकादमी में दाखिला लिया था। भारतीय महिला क्रिकेट टीम में जगह बना लेने के बाद पीछे मुड़ कर नहीं देखा हैं।
मुख्यमंत्री के प्रेस सचिव महेश पठानिया की ओर से जारी जानकारी के मुताबिक सुषमा वर्मा ने कहा हैं कि पुलिस में काम करना उनका बचपन का सपना था जो आज पूरा हो गया हैं।उन्होंने सरकार का आभार जताया।
यहां देखें हिमाचल की इस महिला क्रिकेटर की चंद तस्वीरें-:
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