शिमला। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह दोबारा से कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए है। कोरोना को लेकर उनके नमूने बीते रोज लिए गए थे।आज इन नमूनों की रिपोर्ट आई तो सभी
हतप्रभ रह गए । उनकी रिपोर्ट पाजिटिव थी। इस रिपोर्ट के आने के बाद उन्हें दिल की बीमारी के वार्ड से कोविड मरीजों के लिए बनाए गए मेकशिफट अस्पताल में भेज दिया गया है। डॉक्टर उनकी स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। इंदिरा गांधी मेडिकल अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक जनक राज ने उनकी हालात को नाजुक करार दिया है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री को कडी निगरानी में रखा गया है।
डाक्टरों के मुताबिक अभी यह पता नहीं चल पाया है कि इस बार कोविड विषाणु के कौन से रूप ने 86 वर्षीय बुजुर्ग नेता को अपनी चपेट में लिया है।
डॉक्टरों का कहना है कि उनके नमूने को अब पूणे को भेजा जाएगा ताकि पता चल सके कि कोविड का कौन सा रूप है।
याद रहे पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह 12 अप्रैल को कोविड पाजिटिव पाए गएथे। इससे पहले उनका बेटा विकमादित्य सिंह पाजिटिव पाया गया था।एहतियात के तौर पर उनका परिवार उन्हें मोहाली के मैक्स अस्पताल में ले गए थे। वह वहां 30 अप्रैल तक दाखिल रहेऔर नेगेटिव आने के बाद वह 30 अप्रैल को राजधानी स्थित अपने आवास हालीलॉज लौट आए थे।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने उन्हें लानेे के लिए बाकायदा हैलीकाप्टर भेजा था। हालीलाज लौटने पर शाम पांच बजे के करीब उनकी तबीयत
और बिगडी व उन्हें तुरंत इंदिरा गांधी मेडिकल अस्पताल में दिल के रोग के वार्ड में दाखिल करा दिया गया । वह तभी से आक्सीजन पर चल रहे थे।
हालांकि बीच-बीच में वह ठीक भी हो जाते थे।
कुछ दिन पहले उनकी देखभाल में लगी नर्स कोरोना पाजिटिव पाई गई थी। उसके बाद बीते राज एहतियात के तौर पर बीते रोज उनके नमूने भी लिए गए जिसमें रिपोर्ट पाजिटिव पाई गई है।
उनके इस रिपोर्ट के आने के बाद उनके समर्थकों की चिंता बढ गई है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और कांग्रेस के तमाम नेताओं ने उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताई व उनके जल्द ठीक होने की कामना की है। इसी महीने की 23 जून को वीरभद्र सिंह का जन्मदिन है। इस दिन वह 87 साल के हो
जाएंगे। वीरभद्र सिंह प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रह चुके है।
(52)