शिमला।बीते रोज जिला कांगड़ा में केंद्रीय वित राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर और मुख्यमंत्री के बीच केंद्रीय विश्वविदयालय के मसले पर एक जनसभा में शुरू हुई जुबानी जंग को लेकर मुख्य मंत्री जयराम ठाकुर ने अनुराग को तकनीकी जानकारी न होने का उलाहना दिया है। पत्रकारों की ओर से इस बावत पूछे सवाल के जवाब में मुख्य मंत्री ने कहा कि कुछ तकनीकी चीजें जो शायद उनके ध्यान में नहीं थी।
याद रहे यह एक केंद्रीय मंत्री को लेकर मुख्यमंत्री जयराम की अपने आप में एक तीखी टिप्पणी है। बतौर नेता तो कुछ भी कह जाते है लेकिन जब कोई बतौर केंद्रीय मंत्री मंच पर होता है तो उसे जो भी बोलना होता है वह तथ्यों पर आधारित ही बोलना होता है। इस जुबानी जंग के चलते अनुराग ने मुख्य मंत्री जयराम को तो जयराम ने केंद्रीय राज्य वित मंत्री अनुराग ठाकुर को कटघरे में खड़ा किया है।
उन्होंने कहा कि इन बातों को उठाने की वह जगह थी या नहीं थी वह इन बातों पर नहीं जाना चाहते। केंद्रीय विश्वंविदयालय वहां बने यह राज्य सरकार की प्राथमिकता हैं और औपचारिकताएं पूर्ण होने के बाद वहां काम शुरू होगा। उनहोंने कहा कि विकास उनकी प्राथमिकता है।
बीते रोज डाडासिबा में एक जनसभा में अनुराग ने केंद्रीय विवि का मसला उठा दिया व कहा कि देश व प्रदेश में डब्बाल इंजन की सरकार है लेकिन प्रदेश के अफसरों की वजह से तीन सालों से जमीन विवि के नाम नहीं हो सकी। उन्हों ने उनकी ओर से किए गए कई प्रयासों को भी गिनाया व ये मुख्यमंत्री को सार्वजनिक तौर पर यह जाहिर करवाने की कोशिश की उनकी सरकार में काम तेज गति से नहीं हो रहे हैं। एक तरह से वह जयराम के अधिकारियों की आड़ लेकर मुख्येमंत्री पर सार्वजनिक तौर पर निशाना साध रहे थे।
हालांकि मुख्यममंत्री ने सभी में कहा भी कि ये मसला यहां उठाने का नहीं है। अधिकारियों को पहले ही निर्देश दिए जा चुके है।
जब से भाजपा के प्रदेश प्रभारी बदले गए है तब से अनुराग ठाकुर मुख्यनमंत्री को निशाने पर लेने से नहीं चूक रहे है।
आज मुख्यमंत्री ने इस जुबानी जंग को खतम करने के बजाय यह कह कर कि कुछ तकनीकी चीजें अनुराग के ध्या्न में नहीं रही है,इस बात को हवा देने की कोशिश की है अनुराग को अभी चीजों की समझ नहीं है। वह आधी अधूरी जानकारी के आधार पर टिप्पिणयां कर देते है।
याद रहे इससे पहले अनुराग ठाकुर की ओर से लोकसभा में गांधी परिवार को लेकर की गई टिप्पणियों पर भी कांग्रेस नेताओं के कोप का भाजन बनना पड़ा था। इससे पहले उन्हें् जब वह बीसीसीआइ में पदाधिकारी थे तो उन्हें उच्चतम न्या।यालय से भी फटकार लगी थी व बाद उन्हें माफी भी मांगनी पड़ी थी।
कुरेदने पर जयराम ने पत्रकारों से कहा कि जो वह उनसे कहलवाना चाहते है वो ऐसा कुछ नहीं कहेंगे। इसके अलावा सभा में उन्हें ये बातें करनी चाहिए थी या नहीं वह इस पर भी कोई टिप्पेणी नहीं करना चाहते है।जो भी हो केंद्रीय विवि के नाम तीन सालों से जमीन न होने का मसला जयराम सरकार की कारगुजारी पर टिप्पणी तो है ही और अनुराग न कोई मौका नहीं चूका व मुख्यमंत्री के सामने ही उन्हें् निशाने पर लेकर अपनी मंशाएं भी जाहिर की दी। समझा जा रहा है कि अब पूर्व मुख्येमंत्री प्रेम कुमार धूमल व जयराम खेमे में जंग बढ़ेगी। धूमल को तरजीह न देने से अनुराग व धूमल खेमा पहले ही जयराम से खफा है।
कोरोना को लेकर सख्त कदम उठाने का संकेत
मुख्यामंत्री ने कहा कि अगर कोरोना संक्रमण को सरकार को कोई सख्त। कदम उठासने पड़ेंगे तो सरकार इस दिशा में भी विचार करेगी। वह प्रदेश की जनता का आहवान करते है कि वह लापरवाही न करे। अन्य था सरकार को सख्ती कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। सरकार ने पहले भी इस तरह के कदम उठाए हैं।
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