शिमला।जिला किन्नौर के कामरू में आज सुबह बादल फटने से आई बाढ़ की चपेट में 27 गाडि़यां मलबे की चपेट में आ गई और रूनंग खडड में आई बाढ़ से राष्ट्रीय राजमार्ग पांच बंद हो गया। इस प्राकृतिक आपदा के तहत कोई जानी नुकसान नहीं हुआ हैं। डीसी किन्नौर तोरूल रवीश के मुताबिक एन एच को छोड़ी गाडि़यों के लिए खोल दिया गया हैं । एहतियात के तौर पर सांगला तहसील में अगले तीन दिनों तक स्कूलों को बंद करने का फरमान जारी किया गया हैं।
उधर, बरसात की वजह से जिला में 25 जुलाई तक हाइ अलर्ट जारी कर दिया गया है और किन्नर कैलाश यात्रा को 15 से 23 अगस्त तक प्रस्तावित किया गया हैं।
तोरूल ने कहा कि अब तक जिला में लगभग 88 करोड़ 95 लाख रुपये का नुकसान हो चुका है।
उन्होंने दावा किया कि वर्तमान में जिला में 16 संपर्क सड़कें बंद हैं, 2 ट्रांसफोर्मर तथा 11 पेयजल योजनाएं बंद हैं जिन्हें बहाल करने के लिए लोक निर्माण, विद्युत व जल शक्ति विभाग दिन-रात कार्यरत है।
उन्होंने सभी जिलावासियों से आग्रह किया कि वे अपने घरों में रहें सुरक्षित रहें तथा अति आवश्यक कार्य पड़ने पर ही अपने घरों से बाहर निकलें। उन्होंने कहा कि जिला के निचार उपमण्डल व सांगला तहसील के सभी स्कूलों को आगामी तीन दिनों तक खराब मौसम के चलते बंद कर दिया गया है।
उपायुक्त ने बताया कि जिला में लम्पी वाईरस में हो रही बढ़ौतरी के चलते पशुपालन विभाग हिमाचल प्रदेश द्वारा शिमला से विशेषज्ञों के दल की मांग की गई थी, जिसके तहत जिला में 4 विशेषज्ञों की टीम जिला के विभिन्ना स्थानों में आगामी दिनों में लम्पी वाईरस की रोकथाम व इससे बचाव बारे जागरूकता शिविरों का आयोजन करेगी। उन्होंने जिला के सभी पशुपालकों से आग्रह किया कि वे इन जागरूकता शिविरों में अपनी उपस्थिति दर्ज करें।
उपायुक्त बताया कि जिला में बारिश व विपरीत मौसम परिस्थितियों के चलते इस वर्ष की किन्नर-कैलाश यात्रा 15 अगस्त से 31 अगस्त तक प्रस्तावित कर दी गई है जोकि पूर्व में 1 अगस्त से 15 अगस्त तक प्रस्तावित थी। उन्होंने बताया कि 15 अगस्त से प्रस्तावित किन्नर कैलाश यात्रा उस समय की मौसम परिस्थितियों पर निर्भर करेगी।
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