शिमला। पदेश भाजपा व सरकार में मचे घमासान का कच्चा चिटठा बीती रात को हुई विधायक दल की बैठक के बाद अब बाहर भी आ गया है। भाजपा से जुड़े सूत्रों के मुताबिक भाजपा विधायकों ने सरकार व संगठन दोनों की कारगुजारियों पर अंगुली उठाई व सरकार व संगठन दोनों को चेताया कि अगर समय रहते कदम नहीं उठाए गए तो भाजपा के हाथ से बाजी निकलते देर नहीं लगेगी। बैठक में विधायकों की हो रही अनदेखी व उनके अपमान का मामला भी उठा । भीतरी सूत्र बताते है कि इन मसलों पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मौन बने रहे व तमाम मसलों को सुलझाने का जिम्मा आलाकमान पर डालते रहे।
विधायक दल की बैठक में मचे घमासान पर मुख्यमंत्री से लेकर बाकी विधायकों ने चुप्पी साधे रखी लेकिन ज्वालामुखी से वरिष्ठ भाजपा विधायक रमेश ध्वाला ने पार्टी में संघ के प्रतिनिधि व संगठन महसचिव पवन राणा को जमकर निशने पर लिया । इसके अलावा उन्होंने कुछ मंत्रियों का नाम लिए बगैर कहा कि वह भी उनके हलके में उनकी सहमति के बिना गलत-फलत घोषणाएं कर जाते है।ये पूछे जानले पर कि ये कौन मंत्री है।इस बावत ध्वाला ने कहा कि उन्हें सब जानते है।
गौरतलब हो कि इसी तरह के इल्जाम उनके मंत्रिमंडल के मंत्री मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर भी लगाते है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंत्रियों के इलाकों में पहुंच जाते है और मंत्री को कुछ पता ही नहीं होता।
ध्वाला ने दावा किया कि बैठक में कांगड़ा के लगभग सभी विधायकों ने संगठन महामंत्री पवन राणा की ओर से दिए जा रहे दखल व विधायकों की अनदेखी का मामला उठाया।ध्वाला ने कहा कि उनका तो पवन राणा से पहले से ही छतीस का आंकड़ा रहा है लेकिन वह अन्य विधायकों के हलकों में दखल अंदाजी कर रहे है। वह उन पर थानेदार थोड़े ही है। उन्होंने कहा कि आलाकमान को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। मुख्यमंत्री को विधायक ही चुनते है अगर विधायक ही चुनकर नहीं आएंगे तो फिर मुख्यमंत्री कैसे बनेगा।उन्होंने राणा पर विधायक के समर्थकों के समानांतर लोगों को खड़ा करने काउ इल्जाम लगाया। उन लोगों को संगठन में पहुंच दिया जो पार्टी के प्राथमिक सदस्य तक नहीं है।
साफ है विधायक दल की बैठक में जकर घमासान हुआ । यही नहीं इस बैठक में सरकार की कारगुारियों को लेकर भी अंगुलियां उठाई गई व कहा गया कि अधिकारी विधायकों की सुनते ही नहीं । सड़कों बेहाल है। इसी तरह का मामला बाकी कामों में भी है। विधायक दल की बैठक में कांगड़ा के विधायकों के असंतोष को देखते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज ओकओवर में कांगड़ा के सभी विधायकों की बैठक बुला ली । इस बैठक में विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार भी शामिल हुए लेकिन कहा जा रहा है कि पवन राणा को आलाकमान का वरदहस्त है और उन पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नडडा का भी जोर नहीं चलता है।
विधायक दल की बैठक में विधायक निधि का मामला भी उठा। कोरोना महामारी की वजह से विधायकों की निधि को बंद कर दिया गया है।ऐसे में विधायकों की पूछ ही खत्म हो गई है।
कांग्रेस को लेकर भी बनी रणनीति
विधायक दल की बैठक में कांगेस पार्टी की ओर से जयराम सरकार पर लगाए जा रहे भ्रष्टाचार के इल्जामों का जवाब देने को लेकर भी रणनीति बनी। सरकार पर लग रहे भ्रष्टाचार के इल्जामों पर भाजपा विधायकों की चुप्पी को गंभीरता से लिया गया है।
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