शिमला। बेटे आश्रय शर्मा और पिता सुखराम की ओर से कांग्रेस पार्टी में शमिल हो जाने के बाद सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ इस्तेमाल की जा हर अभद्र भाषा से आहत बिजली मंत्री अनिल शर्मा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से इन तमाम मामलों की जांच करने की मांग की है। अनिल शर्मा ने इस बावत मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को चिटठी भी लिखी है । जिसमें कहा गया है कि इस तरह की अभद्र भाषा के पीछे पार्टी के कौन लोग है उनका पता लगाया जाए। इस तरह की चीजें बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अनिल शर्मा ने कहा कि पिछल्ले दिनों उनकी इजाजत के बगैर उनके नाम के पोस्टर छापे गए जिसमें उनकी तरफ से भाजपा को वोट देने की आग्रह किया गया था। लेकन उन्होंने पार्टी को पहले ही आगाह कर दिया था कि वह मंडी संसदीय हलके में कोई प्रचार नहीं करेंगे। इसके बावजूद उनकी इजाजत के बगैर ये पोस्टर लगे। उन्होंने कहा कि उनके व उनके परिवार व आश्रय के ससुर के बारे मेें फेसबुक, वाटसएप पर हर कुछ लिखा जा रहा है। यह चलन गलत है।
उन्होंने कहा कि उन्होंने इन तमाम बिंदुओं का जिक्र मुख्यमंत्री को लिखी चिटठी में किया है। ये पूछे जाने पर कि क्सा मुख्यमंत्री की तरफ से कोई जवाब आया है। उन्होंने कहा कि कोई बात नहींहुई।
उन्होंने फिर दोहराया कि वह अपनी ओर से इस्तीफा नहीं देंगे। अगर मुख्यमंत्री कहेंगे तभी इस्तीफा देंगे। मुख्यमंत्री से इस बावत कोई बात हुई है, इप उन्होंने कहा कि कोई संपर्क नहीं हुआ है।
ये पूछे जाने पर कि जयराम ने मंडी में कहा कि उनका एक मंत्री गायब है किसी को मिले तो बताना, इस पर ठहाका लगाने के बाद उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी व कहा कि उन्हें कुछ पता नहीं है। अखबार में पढ़ेंगे तभी कुछ कह पाएंगे। अनिल शर्मा पिछल्ले तीन चार दिनों से राजधानी में रुके हुए है। उन्होंने कहा कि वह मंडी लौट जाएंगे।
याद रहे कि उनकी इजाजत के बगैर उनकी तस्वीर लगे पोस्टरों को लगाने पर अनिल शर्मा ने एसपी शिमला से भी शिकायत की है।
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