शिमला। प्रदेश काडर के 1986 बैच के एकमात्र आइएएस अधिकारी अनिल कुमार खाची के प्रदेश के अगले मुख्य सचिव नियुक्त कर दिए गए है। खाची के मुख्य सचिव बनने के बाद उनके वरिष्ठों ही नहीं कई कनिष्ठों के मुख्य सचिव बनने के लिए सपने टूट गए है।
मुख्य सचिव श्रीकांत बाल्दी सेवानिवृत होने के दूसरे दिन ही उन्होंने आज रेरा के अध्यक्ष पद का कार्यभार भी संभाल लिया। खाची जून 2023 में सेवानिवृत होने है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो और खाची मुख्य सचिव के पद बने रहे तो वह करीब साढ़े तीन साल तक इस महत्वपूर्ण पद पर रहेंगे।
उनकी नियुक्ति की अधिसूचना जारी होने के बाद मुख्य सचिव की कुर्सी पर केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर तैनात दूसरे वरिष्ठ आइएएस अधिकारियों की ताजपोशी की अटकलों पर विराम लग गया है।
पूर्व मुख्य सचिव व 1985 बैच के आइएस अधिकारी बी के अग्रवाल को दोबारा प्रदेश में बुलाने की अटकलें चल रही थी। अग्रवाल जून 1921 में सेवानिवृत होने हैं। लेकिन वह लौट कर नहीं आए। वह दिल्ली में लोकपाल में तैनात किए गए है।
इसके अलावा खाची से वरिष्ठ अधिकारियों में 1984 बैच के अरविंद मेहता और 1985 बैच के ही संजीव गुप्ता केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर है। जब तक खाची सेवानिवृत होने है उससे पहले ही उनसे वरिष्ठ लेकिन प्रतिनियुक्ति पर तैनात संजीव गुप्ता और अरविंद मेहता सेवानिवृत हो जाने है। अरविंद मेहता नवंबर 2020 में व संजीव गुप्ता सितंबर 2021 में सेवानिवृत होने है।
खाची के बाद 1987 बैच के राम सुभाग सिंह,तरुण कपूर और निशा सिंह है। रामसुभग सिंह जुलाई 2023 में सेवानिवृत होंगे। वह खाची के सेवानिवृत होने के एक महीने बाद सेवानिवृत होंगे। जबकि तरुण कपूर तो नवंबर 2021 में सेवानिवृत हो जाएंगे। ऐसे में अगर सब कुछ ठीक चलता रहा और वरिष्ठता को तरजीह मिली तो राम सुभग सिंह की पत्नी निशा सिंह खाची के बाद प्रदेश की मुख्य सचिव बन सकती है। वह नवंबर 2024 में सेवानिवृत होनी है।
पांच वरिष्ठ आइएएस अधिकारी हुए सेवानिवृत
प्रदेश काडर की सबसे वरिष्ठ आइएएस महिला अधिकारी 1983 बैच की उपमा चौधरी समेत प्रदेश के पांच आइएएस अधिकारी एक साथ सेवानिवृत हो गए। उपमा चौधरी के पति विनीत चौधरी के मुख्य सचिव के पद से सेवानिवृत होने के बाद वरिष्ठतम होने के बावजूद उपमा चौधरी का जयराम ठाकुर ने मुख्य सचिव नहीं बनाया था। वह केंद्रीय प्रतिनयिुक्ति पर थी व मुख्य सचिव बनने की इच्छुक भी थी। लेकिन अफसरों की लाबिंग के आगे वह हार गई। जयराम ने बी के अग्रवाल को मुख्य सचिव बनाया था। उपमा चौधरी के अलावा वरिष्ठता में दूसरे नंबर पर आशा राम सिहाग थे। वह भी 1983 बैच के ही आइएएस अधिकारी थे। वह भी आज ही सेवानिवृत हो गए। श्रीकांत बाल्दी तो आज सेवानिवृत हुए ही है। इसके अलावा संजीव भटनागर और देवा सिंह नेगी भी आज सेवानिवृत हुए है वह राज्य प्रशासनिक सेवा से पद्रोन्न्त हो कर आइएएस बने थे।
(1)