शिमला। राजधानी के रामबाजार के चार साल के मासूम युग के हत्या के आरोपियों पर जिला अदालत में भीड़ ने हमला बोल दिया। इन आरोपियों को पुलिस भारी पुलिसिया बंदोबस्त के बीच अदालत में पेश करने के लिए लाई थी। जैसे ही ये आरोपी अदालत परिसर पहुंचे उन पर वहां मौजूद भीड़ ने हमला बोल दिया। पुलिस ने बड़ी मुश्किल के बाद आरोपियों को सीजेएम रंजीत सिंह की अदालत में पेश किया ।
इससे पहले बीते रोज जिला बार एसोसिएशन ने प्रस्ताव पास किया था कि कोई भी वकील आरोपियों की पैरवी नहीं करेगा।
गौर हो कि 14 जून 2014 को रामबाजार से चार साल के युग नामक बच्चे का अपहरण कर लिया गया था। 16 जून को मामले की एफआईआर पुलिस में दज्र की गई लेकिन पुलिस बच्चे को तलाश नहीं कर पाई। मामला अगस्त 2014 में ही सीआईडी को ही सौंप दिया गया । लेकिन सारआईडी भी कुछ नहीं कर पाई। जबकि अब पुलिस दावा कर रही है कि जिन पड़ोस के लड़को पर बच्चे के माता पिता संदेह जता रहे थे उन्होंने ही बच्चे का अपहरण किया व 22 जून 2014 को उसकी निमर्म हत्या कर लाश को पत्थरों में बांध कर पानी के टैंक में डुबो दिया।
दावा ये भी किया जा रहा है कि बच्चे को जलती सिगरेटों से दागा गया और उसे शराब तक पिलाई जाती रही ।बच्चे को तड़पता देख ये तीनों युवक चंद्र सिंह, विक्रांत और तेंजेंद्र मजा लेते रहे। ये यहीं नहीं रूके बच्चे की हत्या करने के बाद भी बच्चे के माता पिता से फिरौती की रकम मांगते रहे और हर समय परिवार वालों के साथ ही रहे। अब पिछले महीने सीआईडी के नए डीआईजी ने कार्यभार संभाला तो मामले को दोबारा परतें खुलनी शुरू हुई। इसके अलावा हाईकोर्ट ने दबाव बनाया
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