शिमला। कोविड-19 टीकाकरण के प्रथम चरण में राज्य में प्रथम पंक्ति के योद्धाओं को 93 हजार खुराकें दी जाएंगी। इसमें राज्य, केंद्र सरकार और सशस्त्र बलों के स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ता शामिल होंगे, इसके लिए 46 स्थलों का चयन किया गया है।16 जनवरी को टीकाकरण के पहले दिन करीब चार हजार लोगों को टीका लगाया जाएगा।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने तमाम जिलों के उपायुक्तों के साथ कोविड-19 टीकाकरण की तैयारियों और बर्ड फ्लू निगरानी की समीक्षा बैठक के दौरान यह खुलासा किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण को प्रभावी रूप से कार्यान्वित करने के लिए राज्य सरकार ने मुख्यसचिव की अध्यक्षता में राज्यस्तरीय संचालन समिति, सचिव स्वास्थ्य की अध्यक्षता में राज्य टास्क फोर्स, जिला स्तर पर उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स और खंड स्तर पर उपमंडलाधिकारी की अध्यक्षता में खंड टास्क फोर्स का गठन किया है।
राज्य वेक्सिनेशन स्टोर शिमला में स्थापित किया गया है, जबकि धर्मशाला और मंडी में क्षेत्रीय वैक्सीन स्टोर स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी 12 जिलों में जिला वैक्सीन स्टोर स्थापित किए गए हैं। चिकित्सा महाविद्यालयों, खंड स्तर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी 371 स्टोर बनाए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरेक लांच साइट के लिए वैक्सीन के 10 फीसद अपव्यय के साथ संभावित वैक्सीन आवंटन की गणना की जाएगी। एक बार खोली गई वैक्सीन की शीशी का उपयोग चार घंटे के भीतर ही करना होगा। आवंटन में पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर लाभार्थी के लिए दूसरी डोज़ सुरक्षित की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य ने लाभार्थियों के अनुसार एडी सिरिंज पर्याप्त मात्रा में प्राप्त की हैं और उन्हें जिलों को वितरित कर दिया गया है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए 0.5 मिली लीटर एडी सिरिंजों का अतिरिक्त भंडारण राज्य वैक्सीन स्टोर परिमहल शिमला और क्षेत्रीय वैक्सीन स्टोर मंडी व धर्मशाला में किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण के लिए राज्य मुख्यालय में 2 जनवरी को, जिला मुख्यालयों में 8 जनवरी को और 11 जनवरी को पूर्ण राज्य में ड्राई रन के तीन चरण आयोजित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि रेफरल तंत्र स्थापित करने और कोविन ऐप पर रिपोर्ट के लिए सेशन साइट वैक्सिनेटरों को टीका लगने के बाद अगर कोई प्रतिकूल प्रभाव पडता है तो उससे निपटने के लिए पूरा प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने कहा कि एईएफआई मामलों की आकस्मिकता आंकलन के लिए पलमोनोलाॅजिस्ट और मेडिसिन विशेषज्ञों के अतिरिक्त सदस्यों के साथ राज्य और जिला स्तर पर एईएफआई समितियां अधिसूचित की गई
जय राम ठाकुर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस टीकाकरण से संबंधित जानकारी सूचना, शिक्षा एवं संचार सामग्री तैयार कर पंचायत स्तर पर उपलब्ध करवाई जाए ताकि लोगों को इस टीकाकरण से संबंधित जानकारी के बारे जागरूक किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने उपायुक्तों के साथ बर्ड फ्लू की स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने उपायुक्तों को जलाशयों के किनारों की कड़ी निगरानी करने और मृत पक्षियों का समुचित निपटारा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बर्ड फ्लू के दृष्टिगत प्रदेश सरकार ने अन्य राज्यों से पोल्ट्री उत्पाद लाने पर रोक लगाई है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव निशा सिंह ने मुख्यमंत्री को प्रदेश में बर्ड फ्लू के कारण उत्पन्न स्थिति से अवगत करवाते हुए बताया कि प्रदेश में बर्ड फ्लू के मामलों में कमी आई है।
पहले दिन चार हजार लोगों को लगेगा टीका
16 जनवरी को टीकाकरण के पहले दिन हिमाचल में करीब चार हजार कोरोना योद्धाओं को 46 चिन्हित स्थलों में पर कोरोना का टीका लगाया जाएगा। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के निदेशक निपुन जिंदल ने कहा कि उसके बाद यह अभियान पंद्रह बीस दिन तक चलेगा। टीका लगने के बाद अगर किसी को रियेक्शन होता है या किसी की तबीयत बिगडती है तो उसके लिए एंबुलेंस से लेकर डाक्टरों का पूरा इंमजाम किया गया है। अगर ऐसी स्थिति में किसी को बडे अस्पताल में भी ले जाना पडता है तो उसका भी इंतजाम किया गया है।
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