शिमला।हिमाचल प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को मानसून सत्र के चौथे दिन उदघाटन व नाम पटिटकाओं के मसले पर मुख्यमंत्री वीरभ्द्र सिंह व नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल के बीच जमकर वॉकयुद्ध चला। आलम ये रहा कि दोनों ओर से व्यक्तिगत तौर छींटाकशी की गई प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक राजीव बिंदल ने कहा कि जो उदघाटन उन्होंने व ततकालीन भाजपा सरकार ने किए थे वहां पर दोबारा उद्घाटन कर दिए गए व पहले वाली शिलान्यास व उदघाटन की पटिटकाएं उखाड़ दी गई। उन्होंने पूछा था कि क्या उदघाटन करने के लिए कोई दिशा निर्देश है। इस पर सीएम वीरभद्र सिंह ने कहा कि अगर किसी भवन पर पहले पटिटका लगी हैं तो वो निश्चित तौर पर हटनी नहीं चाहिए।
प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक राजीव बिंदल ने कहा कि जो उदघाटन उन्होंने व ततकालीन भाजपा सरकार ने किए थे वहां पर दोबारा उद्घाटन कर दिए गए व पहले वाली शिलान्यास व उदघाटन की पटिटकाएं उखाड़ दी गई। उन्होंने पूछा था कि क्या उदघाटन करने के लिए कोई दिशा निर्देश है। इस पर सीएम वीरभद्र सिंह ने कहा कि अगर किसी भवन पर पहले पटिटका लगी हैं तो वो निश्चित तौर पर हटनी नहीं चाहिए।
भाजपा विधायक जयराम ठाकुर ने भी कहा कि उनके हलके में भी भाजपा शासनकाल में लगाई गई पटिटकाओं को हटा दिया गया।उन्होंने पूछा कि अगर मौके पर सीएम या मंत्री नहीं है तो क्या उनकी नाम पटिटकाएं भी लगेंगी। इस पर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लपेट लिया व कहा कि प्रधानमंत्री ने एक ही कॉल पर चार सौ उदघाटन कर दिए है। तकनीक का युग है फोन पर उदघाटन हो जाते है।
सीएम ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डा यशवंत सिंह परमार व राम लाल ठाकुर ने उनकी मौजूदगी में उदघाटन किए थे। आज उनके नाम की पटिटकाएं कहीं नहीं है।ये सारी नाम पटिटकाएं बीजेपी ने तोड़ डाली। ये प्रथा बीजेपी के समय में शुरू हुई है।
उन्होंने नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल के हलके की बमसन लगावटी पेय जल योजना का हवाला देते हुए कहा कि इस स्कीम का उछघान उन्होंने किया था। सरकार बदली और उनके नाम की पटिटका उपर धार पर टैंकों के बीच रख दी ।
इस पर नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल ने कमान संभाली और कहा कि सीएम को मसले को डायवर्ट करने की आदत है।उन्होंने कहा कि कांगड़ा कोआपरेटिव सेंट्रल बैंक का शिलान्यास किया था । सीएम वीरभद्र सिंह की सरकार सता में आई वो वहां गए और पटिटका को हटा दिया । ये पटिटका हटी या नहीं ये जानने के लिए वो कई दिनों बाद वहां गए व पेशाब कराने के बहाने काफिला रुक९वाया व देखा कि पटिटका हटी है या नहीं इस पर वीरभद्र सिंह चुटकी ली ” आपको कैसे पता चला कि मैं पेशाब करने गया था क्या आप वहा चौकी दारी कर रहें थे। इस पर धूमल ने भी शॉट मारा व कहा आपके साथ जो रहते वो ही ये बताते है ।
काफी देर तक इस मसले पर छींटाकशी चलती रही व बाद में सीएम उठे और कहा कि कांगड़ा कोआपरेटिव सेंट्रल बैंक की पटिटका उन्होंने तुड़वाई थी। वहां पर पूरी दीवार पर ये पटिटका लगा दी गई थी। आपकी खुशामद में आपके अधिकारियों ने ये पटिटका बना लगा कर आपका अपमान कर दिया। आपको उनको डांटन चाहिए था। वीरभद्र सिंह ने कहा कि ”हाइट ऑफ वल्गरिटी थी व हाइट ऑफ नानसेंस है।
धूमल ने कहा कि दूसरा करे तो वल्गरिटी होती है खुद करे तो फिर शान है।धूमल ने कहा कि छठी बार का सीएम किस तरह की भाषा का मापदंड स्थापित कर रहा है।इस मसले पर मंत्री सुजानसिंह व बिंदल के बीच तो इस्तीफा -इस्तीफा भी चला। तो राजीव बिंदल व कांग्रेस विधायक राम कुमार भी भिड़े दोनों ने एक दूसरे पर जमकर छींटाकशी की और दूसरे आरोप प्रत्यारोप चले।
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