शिमला। वायरल चिटठी पर मचे घमासान पर स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार के बाद अब मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर खुद इस चिटठी के सूत्रधारों को बेनकाब करने के लिए मैदान में उतर गए है। उन्होंने अब चिटठी में लगाए इल्जामों को लेकर भी चिटठी के सूत्रधारों को चुनौती दे दी है कि सरकार इन इल्जामों पर जांच बिठाने के लिए तैयार है। उन्होंने आज राजधानी में मीडिया से कहा कि जो इस चिटठी के पीछे है अगर उनमें हिम्मत है तो वह सामने आए व पुख्ता सबूत लेकर आए। उनकी सरकार इस तमाम इल्जामों की जांच कराने के लिए तैयार है।
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जयराम ने कहा कि यह पहली बार नहीं है कि बिना दस्तख्तों की ऐसी चिटिठयां बाहर आई है। इससे पवहले पूर्व की कांग्रेस सरकार में भी व भाजपा सरकार के समय में भी ऐसी चिटिठयां सामने आती रही है।अब भी सामने आई है । कुछ लोगों की छवि को नुकसान पहुंचाने व सरकार की छवि को दागदार करने के लिए इस तरह की हरकतें की जाती रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले की जांच चल रही है, उनकी सरकार इसकी तह तक जाएगी जो भी इसके पीछे होगा उसे खोदकर लाएंगे। सरकार इस तरह की साजिशों से डरने वाली नहीं है और इस तरह की हरकतों को करने वालों को बख्शा नहीं जाएगी।
वह राजधानी के मालरोड् पर आज टाउन हाल के निरीक्षण करने के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। मुख्यमंत्री के इस तरह खुद मैदान में उतरने से लग रहा है कि सरकार को जांच में कई कुछ मिल गया है और ये विरोधी खेमे को चेतावनी दे दी है।
समझा जा रहा है कि रविंद्र रवि के मोबाइल में बहुत कुछ ऐसा मिला है जो धूमल खेमा जयराम सरकार को बताना चाहता है कि उसके पास क्या-क्या है। संभवत: रविंद्र रवि ने इसीलिए अपना मोबाइल चुपचाप पुलिस को दे दिया होगा। बहरहाल, सब कुछ रिपोर्ट सामने आने क बाद ही पता चलेगा कि मोबाइल में क्या निकला है।
उधर , राजधानी में ही स्वासथ्य मंत्री विपिन परमार ने कहा कि इस चिटठी के पीछे कौन सूत्रधार है ये उन्हें मालूम नहीं है। लेकिन ये साजिश के तहत किया गया है और छवि खराब करने को लेकर किया गया है। पुलिस के पास मोबाइल है उनमें सब कुछ है। वह जनता व समाज के सामने आ ही जाएगा। उनके विभाग से संबधित जो इल्जाम लगे है, उन पर वह सब कुछ कह चुके है। अगर किसी के पास सबूत है तो सामने आए।
इस तरह जयराम सरकार अब विरोधियों को ठिकाने लगाने की मंशा से मैदान में उतर गई है। अ•ाी तक इस मामलमें धूमल खेमे से मंत्री उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर की ओर से कुछ नहीं बोला गया है। वह अब तक खामोशी अपनाए हुए है। संदेह जताया जा रहा है कि इस वायरल चिटठी के पीछे जयराम सरकार को मुश्किल में डालने के लिए धूमल खेमे का हाथ है। हालांकि धूमल खेमे के नेता पूर्व विधायक रविंद्र रवि इसे साजिश करार दे चुके है और उनका मोबाइल फारेसिंक जांच के लिए भेजा गया है।
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