शिमला। जिस सोश्ाल मीडिया के बूते पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में भाजपा को जैसी पार्टी सता में पहुंचा दिया और दिल्ली में आम आदमी पार्टी 70में से 67 सीटें जीतने में कामयाब हुई उस सोशल मीडिया की याद प्रदेश सरकार को अब जाकर आई है।मजे की बात ये है कि ये याद प्रदेश सरकार को नहीं प्रदेश सरकार के प्रचार विभाग को आई है।शायद ये याद साढ़े तीन साल का कार्याकाल पूरा करने के बाद भी नहीं आती अगर विभाग को नया निदेशक नहीं मिलता।हालांकि विभाग के मंत्री मुकेश अग्निहोत्री खुद पत्रकार रह चुके हैं लेकिन वो उद्योग विभााग मे ही रम गए है।
प्रचार विभाग के नए निदेशक दिनेश मल्होत्रा ने विभाग के अधिकारियों को खास तौर पर दिए है कि वो राज्य की उपलब्धियों को रेखांकित करने ,नशाखोरी व कन्या भ्रूण हत्या जैसे सामाजिक मुद्दों के बारे में जागरूकता लाने के लिये लोगों विशेषकर युवाओं से सोशल मीडिया का अधिक से अधिक प्रयोग करने पर बल दिया।
वह आज यहां विभाग के जिला लोक सम्पर्क अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
मल्होत्रा ने कहा कि सोशल मीडिया का महत्व दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है, और अधिक से अधिक आबादी इसका उपयोग कर रही है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को सक्षमता बढ़ाने के लिए फेस बुक, ट्वीटर जैसी सोशल साइटों का अधिक से अधिक उपयोग करने के निर्देश दिए।
उन्होंने समाचारों व राज्य सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों का प्रचार व प्रसार प्रदेश के प्रत्येक भाग में करने के निर्देश दिए ताकि प्रदेश के लोग जन कल्याणकारी नीतियों का लाभ प्राप्त कर सकें। उन्होंने अधिकारियों को समय-समय पर मीडिया को फोटो एवं वीडियो की पर्याप्त कवरेज उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिए।
सूचना के प्रसार में मीडिया की भूमिका पर जोर देते हुए मल्होत्रा ने अधिकारियों को मीडिया कर्मियों के साथ मधुर सम्बन्ध बनाने एवं विभाग का डाटा बैंक नियमित तौर पर अपडेट करने को कहा। उन्होंने अधिकारियों को प्रिंट एवं इलैक्ट्राॅनिक मीडिया के माध्यम से फीचर सेवा और सफलता की कहानियों के सुदृढ़ीकरण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लोगों तक पहुंचने के लिए विभाग के प्रकाशन एक सशक्त माध्यम है और इनका वितरण निचले स्तर तक सही तरह से होना चाहिए।उन्होंने कहा कि मीडिया एवं प्रचार के क्षेत्र में अद्यतन तकनीकी को बनाए रखने के लिए विभाग को तकनीकी रूप से सुदृढ़ करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
इससे पूर्व, उन्होंने स्थानीय केबल आॅपरेटरों,मल्टीसिस्टम आॅपरेटरों तथा डिजिटाइजेशन पर प्रगति पर अनुश्रवण करने हेतु गठित राज्य स्तरीय अनुश्रवण समिति की पहली बैठक की अध्यक्षता भी की।
मल्होत्रा ने स्थानीय केबल आॅपरेटरों,मल्टी सिस्टम आॅपरेटरों को मौजूदा एनालाॅग मोड से डिजिटल मोड में परिवर्तन का आग्रह किया। उन्होंने 31 दिसम्बरए 2016 तक राज्य में सभी केबल टीवी कनेक्शनों के डिजिटाइजेशन को पूरा करने को कहा। उन्होंने कहा कि इस डिजिटाइजेशन प्रक्रिया के पूरा होने से तीन सुविधाएं अर्थात इंटरनेट के लिए ब्राॅंडबैंड, टेलिविज़न सिग्नल और टेलिफोनि एक ही केबल से मिलेगी, जिससे राज्य में ई-सेवाएं और सुदृढ़ होंगी।
समिति के सदस्य सचिव एवं सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के उप निदेशक यू सी कौंडल ने कार्यवाही का संचालन किया।
विभाग के अतिरिक्त निदेशक आर.एस नेगी, संयुक्त निदेशक, केबल आपरेटर्ज और सभी जिलों के जिला लोक सम्पर्क अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।
(0)