शिमला। प्रदेश उच्च न्यायालय ने ग्रामीण विकास बैंक की अध्यक्षा शशि बाला की ओर से दिए डी ओ नोट के आधार पर एक कर्मचारी का तबादला रोहड़ू के चिड़गांव से चंबा को कर देने को गैर कानूनी करार देते हुए इसे रदद कर दिया है। इससे पहले बीते रोज भी अदालत ने नाचन के विधायक विनोद कुमार के डीओ नोट पर किए गए एक शिक्षक के तबादले को टिप्पणियों के साथ रदद कर दिया था।
उच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति तिरलोक सिंह चौहान और न्यायमूर्ति सत्येन वैद्य की खंडपीठ ने बिजली बोर्ड के चिड़गांव में स्थित आंध्रा पावर हाउस में तैनात वरिष्ठ सहायक प्रदीप कुमार की याचिका का निपटारा करते हुए ये आदेश दिए है। शशि बाला के इस डीओ नोट को मुख्यमंत्री ने मंजूर कर दिया था और प्रदीप कुमार का तबादला चिड़गाव से चंबा के लिए कर दिया गया थाा जिसे उसने उच्च न्यायालय में चुनौती दे दी थी।
प्रदीप कुमार ने अपनी याचिका के साथ शशि बाला की ओर से लिखे डीओ नोट को भी संलग्न किय था जिसमें शशि बाला ने लिखा था कि कुछ कर्मचारी दलगत राजनीति में शामिल है और अपने विभागों में कार्यसंस्कृति को विषैला कर रहे है। साथ उन्होंने प्रदीप कुमार समेत छह कर्मचारियों की एक सूची दी थी व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आग्रह किया था कि इन सबका जनहित में तबादला कर दिया जाए।
याचिका का निपटारा करते हुए खंडपीठ ने कहा कि उन्हें भी अदालत में बताया गया कि इस डीओ नोट को लिखने वाली ग्राणी विकास बैंक की अध्यक्षा है व इसका याचिकाकर्ता के प्रशासकीय विभाग से कोई लेना- देना नहीं है। खडंपीठ ने अपने आदेश में लिखा कि यह तबादला आदेश पूरी तरह स राजनीतिक आधार पर किया गया है और वह उस व्यक्ति के इशाारे पर जिसका याचिकाकर्ता के विभाग से कोई संबंध नहीं है।
यह अदालत यह समझने में पूरी तरह से नाकाम है कि डीओ नोट लिखने वाली लेखिका मुख्यमंत्री को इस तरह की सिफारिशें करने का अधिकार कहां से लाया। अदालत ने कहा कि आखिर कार हम कानून के नियमों के हिसाब से चलते है।
इसके अलावा तबादलों को आलोचना कर आवाज को कुचलने का जरिया नहीं बनाया जा सकता अगर कर्मचारी के कारगुजारी के खिलाफ कोई शिकायत थी तो उसके खिलाफअनुशासनात्मक म कार्यवाही शुरू की जानी चाहिए थी। लेकिन ऐसा कहीं कुछ नहीं है।
याद रहे बीते रोज नाचन से भाजपा विधायक विनोद कुमार के डीओ नोट के आधार पर मुख्यमंत्री की ओर से किए गए तबादलोंको एक शिक्षक की ओर से चुनौती देने के बाद उसके तबादले को रदद कर दिया था। शशि बाला रोहड़ू से तेजतर्रार भाजपा नेत्री है व 2017 के विधानसभा चुनावों में रोहड़ू से भजपा प्रत्याशी रही थी लेकिन हार गई थी।
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