शिमला। जिला किन्नौर के सांगला घाटी में आज दोपहर को एक पहाड़ी के दरकने से नीचे गिरी चटटानों की चपेट में सैलानियों के एक वाहन के आ जाने से उसमें सवार नौ सैलानियों की मौत हो गई है। इन हादसे में चालक की भी मौत हो गई हैं। इनमें से आठ ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि एक न नजदीक केअस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद दम तोड़ा। इसके अलावा एक राहगीर समेत तीन लोग घायल भी हुए है। यह सभी खतरे से बाहर है।इस हादसे में सीकर राजस्थान के एक ही परिवार के तीन सदस्य जिनमें मां, बेटी व बेटा शामिल है।
ये सैलानी टेंपू ट्रैवलर एचआर 55 एजी- 9003 में दिल्ली से जिला किन्नौर में घूमने आए थे। यह जिला किन्नौर के चितकुल से सांगला की ओर आ रहे थे । जैसे ही इनका वाहन सांगला बटेसरी मार्ग को पार कर रहा था अचानक ऊपर पहाड़ में भूस्खलन हो गया और बड़ी-बड़ी चटटाने और पत्थर नीचे नाले की ओर से बड़ी तेजी से आए। इन्हीं चटटउानों और पत्थरों की चपेट में सैलानियों का यह वाहन आ गया और आठ सैलानियों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक न अस्पताल में दम तोडा है।
जिला उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने कहा कि एक बडा पत्थर इस वाहन से टकराया और यह सैलानियों से भरी बस को अपने साथ सड़क के नीचे घसीट कर ले गया। जिला प्रवकता नरेंद्र शर्मा ने कहा कि इन सभी दिल्ली से इस वाहन को किराए पर लिया था व किन्नौर की वादियों को निकल गए थे। घायल एक यात्रीदने कहा कि इस यात्रा से पहले वह एक दूसरे को जानते नहीं थे। हादसा दिल दहलाने वाला था।
मरने वालों में चार महिलाएं व पांच पुरूष है। इस भसूस्खलन की वजह से ऊपर से आए पत्थरों से सांगला बटेसरी सड़क पर लगा पुल भी नष्ट हो गया। इस पर एक बड़ा पत्थर गिरा और यह शीशे की तरह एक पल में ढह गया। इसके अलावा कुछ घरों को भी नुकसान हुआ है।
इस पूरे मंजर को नीचे बटेसरी गांव के लोगों और सैलानियों ने अपनी आंखें से देखा व मोबाइल से वीडियो भी बनाए जो वायरल हो गए। पूरा मंजजर दिल दहलाने वाला था।
भूस्खलन के बाद तमाम लोग सैलानियों के इस वाहन की ओर भागे व लोगों को वाहन से बाहर निकाला । लेकिन तब तक आठ लोग दम तोड़ चुके थे। लोगों ने बाकी यात्रियों को बाहर निकाला व अस्पताल ले गए। जिला किन्नौर के एसपी एस आर राणा ने कहा कि ये सभी सैलानी देश के विभिन्न राज्यों के थे व दिल्ली से किन्नौर घूमने आए थे। उन्होंने कहा कि मृतकों के परिवार जनों को सूचित किया जा रहा है।
आज किन्नौर में सुबह से ही धूप चमक रही थी । स्थानीय लोगों के मुताबिक पिछले तीन दिनों से इस क्षेत्र में जगह-जगह हलके ल्हासे गिर रहे थे ।
मृतकों में नागपुर की प्रतीक्षा सुनील पाटिल(27),जयपुर की दीपा शर्मा(34) , छतीसगढ के अमोघ बापट(27, दिल्ली से चालक उमराबसिंह (27), कुमार उल्लहास वेदपाठक (37), सीकर राजस्थान से अनुराग बियानी (31), माया देवी)(55) और रिचा बियानी (25) के अलावा छतीस गढ के सतीश कटकबार (34 ) शामिल है।
घायलों में दिल्ली के शिरिल ऑबराय (39),मोहाली पंजाब के नवीन भारदवाज (37) और सांगला के स्थानीस निवासी रंजीत सिंह शामिल है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस हादसे मे मारे गए सैलानियों के निधन पर शोक व्यक्त किया और जिला प्रशासन को तमाम संभाव सहायता मुहैश कराने के आदेशा दिए है।
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