शिमला। राजधानी शिमला में सरकार की नाक के नीचे अरसे से कर चोरी कर रहे कोचिंग सेंटरों पर छापेमारी कर कराधान विभाग ने इन सेंटरों पर 36 लाख रुपए कर वसूली का फरमान जारी किया व जुर्माना लगाया हैं। ये कोचिंग सेंटर छात्रों से लाखों रुपयों की फीस वसूल रहे थे लेकिन सरकार के खजाने में बतौर जीएसटी एक पैसा भी जमा नहीं कर रहे थे। ऐसे में शिकायत मिलने पर विभाग के अधिकरियों के मुताबिक राजधानी में आइएएस, एचएएस, आइटीआइ,एमबीबीएस पीओ व बाकी प्रतयोगी परीक्षाओं की कोचिंग देने वाले कोचिंग सेंटरों पर 23 अगस्त को एक साथ छपेमारी की गई थी।
छापेमारी के दौरान इनसे सारे कागजात लिए गए व कागजातों का अध्ययन करने पर पाया गया कि दो संस्थानों को छोड़ कर बाकी जीएसटी अदा नहीं कर रहे हैं। इन्हें नोटिस भेजे गए तो इस संस्थानों ने जवाब दिया कि वह तो शैक्षणिक काम कर रहे हैं । ऐसे में वह जीएसटी के दायरे में नहीं आते हैं।
इस पर विभाग ने इनसे 36 लाख रुपए कर व जूर्माना वसूलने के आदेश दिए।
संयुक्त आयुक्त आकारी व कराधान विभाग सुनील कुमार ने कहा कि ये संस्थान 22 लाख रुपए जमा करा चुके हैं और बाकी बकाया रकम जमा कराने के लिए इन्होंने दो दिसंबर तक का समय मांगा हैं।
विभाग ने कोचिंग सेंटरों के नामों का खुलासा नहीं किया हैं। विभाग के अािकारियों का कहना हैं ऐसा विभाग की नीति के मुताबिक किया गया हैं।
अधिकारियों के मुताबिक ए एस विद्यामंदिर और एस्पायर आइआइटी अकादमी शिमला के दस्तावेजों के पड़ताल करने पर इनके कागजात सही पाए गए व यह कर भी जमा कर रहे थे। बाकी सारा पैसा जेब में डाल रहे थे।
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