शिमला। जिला सोलन में निजी मेडिकल विवि महर्षि मारकंडा मेडिकल विवि से कोरोना संक्रमित जिंदा व्यक्ति को मृत बताकर किसी और का
शव परिजनों को थमा दिया है हालांकि ये गलती से हुआ होगा लेकिन इससे कई लोगों को परेशान होना पडा।
परिजनों ने इस शव को अंतिम संस्कार के लिए शमाशान घाट भी पहुंचा दिया था और अर्थी भी लगा दी थी। लेकिन 86 साल के इस बुजुर्ग के पोते
ने जब अस्पताल से दिए सामान को देखा तो उसे संदेह हुआ और उसने जंजीर खोल कर शव को देखा तो पाया कि यह शव उसके दादा का नहीं है। इसके बाद वहां पर हडकंप मच गया और प्रशासन हरकत में आया और शव को अपने कब्जे में लेकर अस्पताल ले गए।
सोलन के गांव मशीवर के 86 साल के केवज राम ठाकुर कोरोना से कुछ दिन पहले संक्रमित हो गए थे। उन्हें तीन दिन पहले सोलन के निजी अस्पताल एमएमयू में इलाज के दाखिल कर दिया था। इस बीच 30 अप्रैल को केवल राम ठाकुर की पत्नी का किसी वजह से निधन हो गया और उनका पोता संदीप ठाकुर अस्थियां बहाने हरिदवार चले गए । इस बीच उन्हें फोन आया कि उनके दादा कि भी मौत हो गई है। इस बीच परविार के लोग अस्पताल गए और वह भी हरिदवार से तुरंत लौट आए। वह दोपहर बाद अस्पताल पहुंचे व चार बजे के करीब उन्हें उनके दादा का शव काविड प्रोटाकाल के तहत पूरी तरह से बैग में लपेट कर दे दिया। किसी को उनका चेहरा भी देखने नहीं दिया।
वह शव को अंतिम संस्कार करने शमशान घाट ले आए व चिता भी तैयार कर दी । इस बीच संदीप के भाई ने उन्हे अस्पताल से दिया गया सामान उसेदिखाया । संदीप ने देखा कि ऐसी अंगुठी तो उनके दादा पहनते ही नहीं थे।उन्हें संदेह हो गया और उन्होंने शव जिसे जंजीर लगेे बैग में लपेटा गया था,की जंजीर खोली । जंजीर खोलने पर वह हैरान रह गए कि यह शव उनके दादा का नहीं है।
उन्होंने एकदम हल्ला मचाया व प्रशासन को अवगत कराया। बाद में अस्पताल को भी जानकारी दी गई । संदीप ने कहा कि उन्हें तो कुछ जानकारी ही नहीं है कि उनके दादा जिंदा है या नहीं । इस बीच अस्पताल से जानकारी दी गई कि उनके दादा जिंदा है और साथ उनकी तस्स्वीर भी भेजी। संदीप ने कहा कि अस्पताल प्रशासन का बुरा हाल है व शव को परिजनों को सौंपने से पहले उसका चेहरा परिजनों को दिखाया जाना चाहिए।
। उन्होंने कहा कि जो सामान दिया गया वह उनके दादा का ही था। यह शव किसका है उन्हें मालूम नहीं है। वह भी परेशान है व जिसका यह शव है वह भी परेशान है।
डीसी करेंगे जांच
जयराम सरकार ने इस मामले की जांच जिला उपायुक्त सोलन केसी चमन को सौंप दी है। उन्हें जल्द रिपोर्ट सरकार को सौंपने के निर्देश दिए गए है।
स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल ने कहा कि इस मामले के जांच के आदेश दे दिए गए है। रिपोर्ट आने के बाद अगली कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
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