शिमला। जिला सोलन के नालागढ़ विकास खंड की पंचायत लग के प्रधान की ओर से पंचायत के कामों में किए गए सरकारी पैसों के दुरुपयोग के मामल में जिला उपायुक्त सोलन कृतिका कुल्हारी ने प्रारंभिक जांच रपट को आधार मानकर प्रधाान को कारण बताओं नोटिस जारी किया है। जिला उपायुक्त की ओर से जारी कारण बताओं नोटिस में प्रधान से 15 दिनों के भीतर जवाब तलब किया गसा है और कहा गया है कि अगर पंद्रह दिनों के भीतर जवाब नहीं दिया गया तो उसके खिलाफ कार्यवाही अमल में ला दी जाएगी।
प्रधान को भेजे नोटिस में कहा गयसा है कि उसे प्रारंभिक जांच में पंचायत के विभिन्न कामों में सरकारी धन के दुरुपयोग का दोषी पाया गया है। ऐे मे ंउसने अपने पद का दुरुपयोग किया है। उसे पद से क्यों निलंबित न किया जाए।
याद रहे पंचायत के आर एस ठाकुर नामक एक व्यक्ति ने प्रधान के खिलाफ इल्जाम लगाए थे।
प्रधान को भेजे गए कारण बताओं नोटिस में जिला उपायुक्त ने कहा है कि राजकीय प्राथमिक पाठशाला सुण के खेल मैदान के निर्माण के लिए एनडीआरएफ के तहत 4,95,000 रुपए मंजूर किए गए किए गए थे जिस पर मस्ट्रोल के जरिए 1,79,400 रुपए की अदायगी की गई और सरकारी ठेकेदार कृष्ण को 48,144 की अदायगी की गई है । इस काम पर 2,27,544 रुपए व्यय किया गया है ।
उक्त कार्य के लिए खण्ड विकास अधिकारी को मुहैया करवाए गए जमीन के दस्तावेजों के विपरीत निर्माण कार्य स्कूल की भूमि पर न करवाकर वन भूमि पर करवाया गया है । वार्ड पंच रीता देवी ने बयान दिया कि मस्ट्रोल उन्होंने भरा और चार 4 मजदूर उक्त कार्य के लिए लगाए गए थे लेकन मस्ट्रोल में 20 मजदूर दर्शाये गए है। इन 20 मजदूरों में से 2 मजदूर बिमला देवी और बलबीर ने अपने बयानों में कहा कि निर्माण खेल मैदान सुण की कोई जानकारी उन्हें नहीं है न ही उहोंने कोई मजदूरी । मजदूरी के रूप में प्रापत की गई 17 हजार 700 की रकम उन्होंने प्रधान को लौटा दी। जिला उपायुक्त ने कारण बताओं नोटिस में लिखा है कि बिना प्रशासकीय स्वीकृती लिए कार्य अन्यत्र स्थान पर करवाकर उन्होंने यानी प्रधान ने 2.27,544 का दुरूपयोग किया है।
जिला उपायुक्त ने कारण बताओं में नोटिस में लिख है कि जोहड़ी पजल के लिए मनरेगा के तहत 1,32,000 रुपए मंजूर किए गए थे और इस कार्य पर मस्ट्रोल के तहत 31,46खर्च किए व्यय किया गया है । एक मजदूर मोहित कुमार ने बयान दिया कि उसने यह निर्माण कार्य में उनके द्वारा कार्य नहीं किया व मजदूरी के रूप में उनके खाते में डाली गई3,045 की रकम उसने प्रधान को लौटा दी। जिला उपायुक्त ने कहा कि इस इस राशि का भी दुरूपयोग किया गया है ।
इसी तरह जोहड़ी पंजल जोल के काम के लिए मनरेगा के तहत 167000 रुपए मंजूर किए गए और इस कार्य पर मजदूरी के जरिए 23142 रुपए खर्च किए गए । लेकिन उप – प्रधान कांशी राम व वार्ड पंच सुनीता देवी ने बयान दिए कि उक्त कार्य जे सी बी मशीन के जरिए यिका गया । उक्त कार्य पर दर्शाए गए मजदूरों की फर्जी हाजरियां लगाकर 23142 रुपए की रकम का दुरूपयोग किया गया है ।
इसी तरह जोहड़ी जगल सल्याच के निर्माण के लिए मनरेगा के तहत 167000 रुपए मंजूर किए गए और इस कार्य पर मस्ट्रोल तहत 16240 रुपए खर्च किए गए। लेकिन उप – प्रधान ग्राम के बयान के मुताबिक यह काम भी जेसीबी मशीन से हुआ है फर्जी मजदूर दर्शा 16,240 रुपए का दुरुपयोग किया है। जिला उपायुक्त ने इन तमाम आरोपों पर प्रधान से 15 दिनों के भीतर जवाब तलब किया है।
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